नशे के घावों पर मरहम लगाएगी डीएसपी की किताब
पंजाब पुलिस के एक डीएसपी ने समाज में नशे के खात्मे के लिए एक किताब लिखकर नशामुक्त पंजाब का संदेश दिया है।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : पंजाब पुलिस के एक डीएसपी ने समाज में नशे के खात्मे के लिए एक किताब लिखकर नशामुक्त पंजाब का संदेश दिया है। नशे से हुए घावों पर यह किताब एक प्रकार से मरहम का काम करेगी। फतेहगढ़ साहिब में बतौर डीएसपी (जांच) तैनात रघबीर सिंह ने पहले चरण में 700 किताबें प्रकाशित करवाई हैं, जिन्हें निशुल्क बांटा जा रहा है। नशा सामाजिक व शारीरिक मौत विषय पर लिखी किताब में नशों के नुकसान, नशा करने वाले व्यक्ति की निशानियों व आदतों और इलाज की विधियों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया है। इस किताब में नशा मुक्त होने के लिए धार्मिक कीमतों और मेडिकल साइंस का भी सहारा लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग पंजाब के पूर्व अतिरिक्त संयुक्त निदेशक डा. करतार सिंह जौहर ने सरकार से मांग की है कि इस किताब को स्कूलों व कालेजों के सिलेबस में शामिल किया जाए, ताकि बच्चे शिक्षा लेकर समाज को नशा मुक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएं। 1992 में पंजाब पुलिस में बतौर एएसआइ भर्ती हुए रघबीर सिंह को स्कूल में ही लिखने का शौक पैदा हो गया था। कालेज में गजलें लिखीं और कई मंचों से अपनी कला को उभारा। भर्ती होने के बाद काफी समय सेवाओं में व्यस्त रहने के चलते कुछ अलग लिख नहीं सके। गत वर्ष एसएएस नगर में डीएसपी (सुरक्षा) के पद पर तैनाती के दौरान मन में नशे पर किताब लिखने का विचार आया तो उन्होंने पंद्रह दिनों में किताब लिख डाली। डीएसपी रघबीर सिंह ने बताया कि विभाग में ड्यूटी के दौरान सामने आए हैरानीजनक तथ्यों व सनसनीखेज घटनाओं से मिले अनुभव के आधार पर किताब लिखी गई है। कुछ घटनाएं तो ऐसी हैं, जिन्होंने उनकी अंतर आत्मा को झिझोड़ दिया था। नशे से हो रही बर्बादी को रोकने की मंशा से किताब लिखने का मन बनाया गया। पहले इस किताब को प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में रिलीज किया जाना था। लेकिन कोविड-19 के चलते कार्यक्रम नहीं हो सका और अब साधारण तरीके से किताब को लोकार्पित कर दिया गया।