ओपीडी बंद रख डाक्टरों ने पूरा दिन की हड़ताल
सिविल अस्पताल फतेहगढ़ साहिब समेत जिले की समूह पीएचसी सीएचसी में तैनात डाक्टरों ने ओपीडी बंद रख पंजाब सरकार द्वारा छठे पे कमिशन की रिपोर्ट लागू करने के खिलाफ प्रदर्शन किया।
संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब : सिविल अस्पताल फतेहगढ़ साहिब समेत जिले की समूह पीएचसी, सीएचसी में तैनात डाक्टरों ने ओपीडी बंद रख पंजाब सरकार द्वारा छठे पे कमिशन की रिपोर्ट लागू करने के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में पीसीएमएस एसोसिएशन, ज्वाइंट पंजाब गवर्नमेंट डाक्टर कोआर्डिनेशन कमेटी और पंजाब आयुर्वेदिक अफसर एसोसिएशन शामिल हुई।
इस अवसर पर डाक्टर सतनाम बांगा ने कहा कि एक ओर पंजाब सरकार छठे पे कमिशन की रिपोर्ट लागू कर मुलाजिमों को फायदा पहुंचाने की बात कर रही है, लेकिन दूसरी तरफ डाक्टरों की तनख्वाह बढ़ने के बजाय और कम की जा रही है। जिसे वह बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि एनपीए में कटौती की जा रही है, जो एनपीए उन्हें पहले 25 फीसद मिल रहा था अब उसे घटाकर 20 फीसद कर दिया गया है। जिसका सीधा असर उनकी तनख्वाह पर पड़ेगा। डाक्टरों ने कहा कि उन्होंने कोरोना काल के दौरान अपनी जान को जोखिम में डालकर पंजाब सरकार के कंधे से कंधा मिलाकर दिन रात मरीजों की सेवा की, लेकिन सरकार उन्हें फायदा देने के बजाय उनकी तनख्वाह में कटौती कर रही है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यह तो उनकी सांकेतिक हड़ताल थी, यदि सरकार ने उनकी बात को नहीं मानी तो वह आगे की रणनीति तैयार कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन को तेज करेंगे। गौर हो कि डाक्टरों की हड़ताल के कारण पूरे जिले में ओपीडी सेवाएं बंद रही, जबकि केवल इमरजेंसी की सेवाएं ही रेगुलर रही। इस दौरान मरीजों को भी कई प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ा।