देश भगत डेंटल कालेज ने कृत्रिम अंग प्रतिस्थापन सेवा शुरू की

देश भगत डेंटल कालेज एंड अस्पताल ने अब कटे हुए अंगों को बदलने के लिए मैसिलोफेशियल प्रोस्थेसिस (कृत्रिम अंग प्रतिस्थापन) की सेवा शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 06:40 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 06:40 PM (IST)
देश भगत डेंटल कालेज ने कृत्रिम अंग प्रतिस्थापन सेवा शुरू की
देश भगत डेंटल कालेज ने कृत्रिम अंग प्रतिस्थापन सेवा शुरू की

जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : देश भगत डेंटल कालेज एंड अस्पताल ने अब कटे हुए अंगों को बदलने के लिए मैसिलोफेशियल प्रोस्थेसिस (कृत्रिम अंग प्रतिस्थापन) की सेवा शुरू कर दी है। इससे अमलोह, मंडी गोबिदगढ़ के साथ-साथ जिला फतेहगढ़ साहिब के लोग सस्ती दरों पर इस सेवा का लाभ उठा सकेंगे। इसकी जानकारी देते हुए डीबीयू के चांसलर डा. जोरा सिंह ने कहा कि यह सेवा हमारे आसपास के लोगों को बेहतर सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। कालेज के प्राचार्य डा. संजीव सोनी को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि यह सेवा हमारे छात्रों के योगदान से शुरू की गई है जिससे समाज को बहुत फायदा होगा। यह सेवा कालेज के प्रोस्थोडाटिंक्स विभाग द्वारा शुरू की गई है। मनमीत गुलाटी ने प्रेजेंटेशन देते हुए बताया कि कैसे देश भगत डेंटल कालेज एंड अस्पताल इस तकनीक से लोगों का सफलतापूर्वक इलाज कर रहा है और लोगों की मदद कर रहा है। उन्होंने कहा कि इससे पीड़िता का कांफिडेंस लेवल बढ़ता है। डा. गुलाटी ने डा. मनमोहन सिंह, डा. प्रतीक गुप्ता, डा. आलोक, डा. भूपिदर ने इस प्रयास में सहयोग के लिए प्रियंका को धन्यवाद दिया।

उन्होंने इस तकनीक के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पीड़ित के कटे या अलग हुए अंग के आकार व माप की जानकारी लेकर उसका सांचा बनाया जाता है और सिलिकान में बनाया है। इस अंग को रोगी के उसी कटे हुए या कटे हुए अंग से बदल दिया जाता है। वहीं प्राचार्य डा. संजीव सोनी ने कालेज और अस्पताल की अन्य उपलब्धियों के बारे में बताया। इसके बाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डा. शालिनी गुप्ता ने सभी को बधाई दी और बताया कि कैसे समय-समय पर विश्वविद्यालय और उसके छात्र समाज में योगदान दे रहे हैं।

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