धरने में शामिल होने गए खेत मजदूर की मौत

ब्लाक अमलोह के गांव बुग्गा कलां के एक खेत मजदूर की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह मजदूर कुछ दिन पहले किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए 28 नवंबर को दिल्ली मोर्चे में गया था

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Dec 2020 05:30 AM (IST) Updated:Mon, 21 Dec 2020 05:30 AM (IST)
धरने में शामिल होने गए खेत मजदूर की मौत
धरने में शामिल होने गए खेत मजदूर की मौत

जेएनएन, अमलोह : ब्लाक अमलोह के गांव बुग्गा कलां के एक खेत मजदूर की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह मजदूर कुछ दिन पहले किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए 28 नवंबर को दिल्ली मोर्चे में गया था। इस दौरान वह बीमार पड़ गया, और वापस अपने घर गांव बुग्गा कलां आ गया था।

28 नवंबर को दिल्ली धरने में शामिल होने गया था प्यार सिंह गांव के ही नेत्र सिंह ने बताया कि मृतक प्यारा सिंह खेत मजदूर है और वह धरने में शामिल होने के लिए 28 नवंबर को दिल्ली गया था। वहां कई दिनों तक संघर्ष में रहने के बाद उसकी सेहत अचानक खराब हो गई।

बीमार होने पर एक सप्ताह पहले ही घर आया था प्यारा सिंह

गांव वालों ने बताया कि कि वह एक सप्ताह पहले गांव वापिस आया था। जहां उसकी हालत गंभीर होने कारण उसे विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया, लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। प्यारा सिंह का अंतिम संस्कार गांव के श्मशानघाट में कर दिया गया।

मृतक खेत मजदूर प्यारा सिंह को मुआवजा दे सरकार

वहीं, दूसरी तरफ भारतीय किसान यूनियन ने प्रेस नोट जारी कर प्यारा सिंह के परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। यूनियन के महासचिव सुरिदर सिंह लुहारी ने कहा कि वह पीड़ित परिवार के साथ खड़े है और यूनियन द्वारा परिवार की हर संभव सहायता की जाएगी। उन्होंने कहा कि कृषि कानून को रद करवाने के लिए किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। यह आंदोलन दिल्ली में तब तक चलेगा जब तक की कानून वापस नहीं हो जाता।

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