करोना वारियर्स ने डीसी को लौटाए प्रशंसा पत्र

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन पंजाब के तहत लगभग साढ़े 13 हजार कर्मचारी पिछले 14-15 साल से अल्प वेतन पर ठेके के आधार पर सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 07:11 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 07:11 PM (IST)
करोना वारियर्स ने डीसी को लौटाए प्रशंसा पत्र
करोना वारियर्स ने डीसी को लौटाए प्रशंसा पत्र

संवाद सहयोगी, सरहिद : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन पंजाब के तहत लगभग साढ़े 13 हजार कर्मचारी पिछले 14-15 साल से अल्प वेतन पर ठेके के आधार पर सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। यद्यपि पंजाब सरकार ने अकुशल श्रमिकों को स्थायी करने के लिए अधिनियम बनाया है, लेकिन कोरोना काल के दौरान मौत का सामना करने के लिए दिन-रात काम करने वाले इन श्रमिकों को अधिनियम से वंचित कर दिया गया है, जिसके विरोध में इन श्रमिकों द्वारा हड़ताल 18वें दिन तक जारी है। इस संबंध में जानकारी देते हुए वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह ने बताया कि कांग्रेस सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारी को सौतेली मां की तरह व्यवहार कर रही है, लेकिन उनके द्वारा की जाने वाली घोषणाओं का वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है। एक तरफ सरकार आगामी विधानसभा चुनाव में 36 हजार कर्मचारियों को सुरक्षित करने के वादे से छुटकारा पाना चाहती है, लेकिन हमें समझ में नहीं आता कि 36 हजार कर्मचारियों को सुरक्षित करने के लिए क्या किया जाए, कोई बोर्ड, कोई निगम या केंद्र योजना शामिल नहीं है।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान पंजाब सरकार ने कर्मचारियों से वादा किया था कि अगर आप कोरोना को हराते हैं तो हम आपको रेगुलर करने का तोहफा देंगे लेकिन हर बार की तरह ये घोषणाएं सरकार ने की हैं। जवाबी कार्रवाई में जिले के सभी कोरोना योद्धाओं ने डीसी फतेहगढ़ साहिब को कोरोना काल के दौरान उनकी अथक सेवा के लिए प्रशंसा पत्र लौटा दिए। उन्होंने कहा अगर सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों को रेगुलर करने के अपने वादे को नहीं निभाती है, तो हमें नकली प्रशंसापत्र की जरूरत नहीं है। इस मौके पर जिलाध्यक्ष हसपाल सिंह सोढ़ी और रमनप्रीत कौर ने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि हमारे बराबर काम व बराबर वेतन मिलना चाहिए लेकिन हमारे कर्मचारियों से दोगुना काम लिया जा रहा है। इस बारे में विभाग और सरकार के साथ कई बैठकें हो चुकी हैं जो निष्फल रही है। हड़ताल या रैलियां हमारा शौक नहीं है क्योंकि हमारी मांग हैं कि हमें रेगूलर किया जाए। इस मौके पर डा. जतिदर सिंह, डा. स्वर्णजीत सिंह, डा. नवाब मोहम्मद, सिमरनजीत कौर, नरिदर कौर, विक्की वर्मा , सुनील कुमार, मनप्रीत कौर, रविदर कौर पाली, जसकरणबीर कौर, गौरव शर्मा, डिपल, रविदर कौर, जशनप्रीत सिंह, हरदीप सिंह, मनीष कुमार, अनिल कुमार, गुरदीप कुमार और जगजीत सिंह मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी