बस्सी पठाना के दामन पर लग रहे गंदगी के दाग

वर्ष 2019 में बस्सी पठाना पर सूबे का सबसे गंदा शहर होने का दाग लगा जिसमें सुधार के लिए नगर कौंसिल ने काम किया और वर्ष 2020 में नार्थ जोन के स्वच्छ भारत सर्वेक्षण में इस शहर का 287वां रैंक आया

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 06:05 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 06:05 PM (IST)
बस्सी पठाना के दामन पर लग रहे गंदगी के दाग
बस्सी पठाना के दामन पर लग रहे गंदगी के दाग

अरुण पाठक, बस्सी पठाना :

वर्ष 2019 में बस्सी पठाना पर सूबे का सबसे गंदा शहर होने का दाग लगा, जिसमें सुधार के लिए नगर कौंसिल ने काम किया और वर्ष 2020 में नार्थ जोन के स्वच्छ भारत सर्वेक्षण में इस शहर का 287वां रैंक आया। इस रैंक में सुधार के लिए काम करने के बजाय अब फिर वही हालात बन गए हैं जो शहर के दामन पर गंदगी के दाग लगा रहे हैं।

नगर कौंसिल ने बस्सी-खमाणों बाईपास पर सड़क के किनारे खुले में कूड़े का डंप बना दिया है। यह डंप नियमों के खिलाफ बनाया गया। यह अव्यवस्था स्वच्छ भारत अभियान को भी मुंह चिढ़ा रही है। आलम यह है कि सड़क के किनारे तीन से चार सी मीटर क्षेत्र में कूड़ा फेंका जा रहा है। खुले में बिखरा कूड़ा राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है वहीं सुबह-शाम इस क्षेत्र में सैर करने वालों की नाक में दम कर रखा है। इससे बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है, लेकिन नगर कौंसिल प्रशासन को इसकी बिल्कुल चिता नहीं है। इसे लेकर शहरवासियों में नगर कौंसिल खिलाफ रोष बढ़ रहा है। स्वच्छ भारत अभियान की सुपरवाइजर जसविदर कौर ने कहा कि डंप को लेकर पूरी रिपोर्ट बनाकर नगर कौंसिल अधिकारियों को सौंप दी है। जिसमें डंप हटाने के लिए कहा गया है। वहीं नोडल अधिकारी रणधीर सिंह ने कहा कि अस्थाई तौर पर वहां कूड़ा फेंका जा रहा है। डंप को जल्द से जल्द हटा दिया जाएगा। लोगों ने की डंप हटवाने की मांग

शहरवासी सुमित सिगला, लवप्रीत सिंह, महिदर टिकी ने नगर कौंसिल प्रशासन से मांग की है कि इस डंप को तुरंत हटाकर उचित जगह पर बनाया जाए। कूड़े का डंप नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की हिदायतों अनुसार बनाया जाए। डंप पर चारदीवारी होनी चाहिए। किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं फैलना चाहिए। गीला व सूखा कूड़ा अलग अलग फेंका जाए।

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