बारदाने की कमी, आढ़तियों व किसानों ने दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग जाम किया
सोमवार को सरहिद में पुलिस स्टेशन के पास आढ़तियों व किसानों ने बारदाने की कमी के चलते दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग जाम किया।
जागरण संवाददाता, सरहिद (फतेहगढ़ साहिब) : सोमवार को सरहिद में पुलिस स्टेशन के पास आढ़तियों व किसानों ने बारदाने की कमी के चलते दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग जाम किया। जीटी रोड पर धरना लगाते हुए दोनों तरफ ट्रैफिक रोक दिया गया। गुस्साए आढ़ती व किसानों ने केंद्र व पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पंजाब आढ़ती एसोसिएशन के उपाध्यक्ष साधू राम भट्टमाजरा ने कहा कि छह दिनों से सरहिद अनाज मंडी में मार्कफेड, पनसप व पनग्रेन के पास बारदाना न होने कारण खरीद बुरी तरह प्रभावित है। हर आढ़ती के पास पांच से छह हजार बोरियों की फसल भरने को बाकी है। फसल रखने को जगह नहीं है। जहां पर धरने दिए जाते हैं वहां तुरंत बारदाना भेज दिया जाता है।
रविवार को खमाणों में धरना दिया गया तो सोमवार को संघोल की अनाज मंडी में बारदाना पहुंच गया। इसलिए मजबूरन उन्हें भी राष्ट्रीय राजमार्ग जाम करना पड़ा। त्रिलोक सिंह बाजवा ने कहा कि मंडियों में बुरा हाल है। पंजाब सरकार भी केंद्र से मिली हुई है। जानबूझकर आढ़तियों, किसानों व मजदूरों को परेशान किया जा रहा है। आढ़तियों व किसानों ने दो घंटे तक धरना लगाकर रखा। जिसके बाद तहसीलदार गुरजिदर सिंह के माध्यम से मार्कफेड के डीएम ने भरोसा दिलाया कि 24 घंटे में जरूरत मुताबिक बारदाना सरहिद मंडी में आ जाएगा। जिसके बाद मंगलवार तक का अल्टीमेटम देते हुए प्रदर्शनकारी शांत हुए और धरना उठाया गया।
उधर, दोपहर के समय अनाज मंडी बस्सी में बारदाने की कमी के कारण किसानों ने ऊषा माता मंदिर के नजदीक सरहिद-मोरिडा रोड जाम कर प्रदर्शन किया। इसी प्रकार सरहिद-चंडीगढ़ मुख्य मार्ग पर अनाज मंडी बडाली आला सिंह में भी बारदाने की कमी के कारण देर शाम किसानों ने रोड जाम कर नारेबाजी की। मौके पर पहुंचे अधिकारियों के आश्वासन पर किसानों ने धरने हटाकर यातायात बहाल किया। सियासी रंग देने पहुंचे थे अकाली नेता, विरोध से भगाए
जीटी रोड पर आढ़तियों व किसानों के धरने के दौरान कुछ अकाली नेता इसे सियासी रंग देने पहुंच गए। इनमें से एक अकाली नेता अभी संबोधन ही करने लगा था कि ज्यादातर आढ़तियों व किसानों ने विरोध शुरू कर दिया। इसी बीच अकाली नेता को भाषण बंद करना पड़ा और यह अकाली नेता साथियों को लेकर खिसक गया।