घरों से बाहर नहीं निकले लोग

किसान संगठनों के पंजाब बंद को देखते हुए शुक्रवार को लोग घरों से बाहर नहीं निकले।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 10:21 PM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 05:03 AM (IST)
घरों से बाहर नहीं निकले लोग
घरों से बाहर नहीं निकले लोग

प्रदीप कुमार सिंह, फरीदकोट

किसान संगठनों के पंजाब बंद को देखते हुए शुक्रवार को लोग खुद ही ही घरों से बाहर नहीं निकले। दुकानदारों ने दुकानें बंद रखी। शहर के जिन स्थलों पर रोजाना हजारों की संख्या में लोगों का आवागमन होता था वहां सन्नाटा पसरा रहा।

नेशनल व स्टेट हाइवे पर धरने व किसानों के नाकेबंदी की घोषणा से लोग घरों से बाहर बहुत ही कम निकले। दोधी यूनियन द्वारा गांव से शहर दूध न लाने से लोगों को मुश्किलों का समाना करना पड़ा। किसानों के धरने को देखते हुए बीमारियों से पीड़ित मरीज भी घरों से बाहर कम ही निकले, जिसके कारण सिविल अस्पताल फरीदकोट में मरीज कम संख्या में पहुंचे।

फरीदकोट बस स्टैंड के मुख्य द्वार का गेट ही बंद रहा, दिन भर निजी व सरकारी कोई बस बाहर नहीं निकली। मिनी सचिवालय परिसर में भी सन्नाटा पसरा रहा। केन्द्र व राज्य सरकार के सभी दफ्तर व प्रतिष्ठान खुले रहे, परंतु वहां कामकाज के लिए आने वाले लोगों की संख्या नगण्य ही दिखाई पड़ी।

धरनारत लोगों के लिए लंगर-

किसान संगठनों के धरने के दौरान उनके लिए लंगर, पानी व लस्सी का प्रबंध भी किया गया था। मुस्लिम वेलफेयर सोसाइटी द्वारा लस्सी व पीने के लिए पानी का लंगर लगाया था।

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