बारिश से गलियों में भरा पानी

शनिवार और रविवार मध्यरात्रि को हुई बारिश के कारण शहर की गलियों में पानी जमा हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 05:03 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 05:03 PM (IST)
बारिश से गलियों में भरा पानी
बारिश से गलियों में भरा पानी

संवाद सहयोगी, कोटकपूरा

शनिवार और रविवार मध्यरात्रि को हुई बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में जल जमाव की समस्या पैदा हो गई है। लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है।

शहर के पॉश इलाके हीरा सिंह नगर की सड़कों पर बारिश का पानी जमा हो गया है। उसमें ओवरफ्लो होकर बह रहे सीवरेज और डिस्पोजल का पानी मिक्स होकर कई बीमारियों को भी न्योता दे रहा है। हीरा सिंह नगर में मेन सीवरेज लाइन को नए सिरे से डाला जाना है। लेकिन कोविड-19 के चलते विकास कार्यों में रुकावट आ गई जिससे पहले ही सुस्त चल रही ठेकेदार कंपनी को बहाना मिल गया। लोग नरक से भी बदतर स्थिति में जीवन गुजार रहे हैं।

मोगा रोड पर बनी नगर सुधार ट्रस्ट मार्केट समेत कई मोहल्लों में सड़कें झील सी दिखने लगी हैं। दुर्गा मंदिर चौक, ग‌र्ल्स स्कूल रोड में खड़े पानी के कारण पैदल चलने वालों की बात कौन करे बाइक सवार को भी उन इलाकों से गुजरने में परेशानी हो रही है।

फरीदकोट रोड पर आनंद नगर के नजदीक रेलवे ओवरब्रिज निर्माण को लेकर चल रहे निर्माण कार्य के बीच हुई बारिश के कारण पूरा इलाका कीचड़ में तब्दील हो गया। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट निर्माणधीन होने के कारण देवीवाला गांव की तरफ जाने वाली सड़क पर भी कीचड़ जमा हो गया। और भी कई स्थानों पर बने कीचड़ के कारण शहर के हजारों लोगों को बड़ी परेशानी झेलने को विवश होना पड़ा। अभी तो शुरुआती बरसात है। आने वाले दो महीने सावन और भादों बरसाती माने जाते हैं। तेज बारिशें होंगी तो क्या हाल होगा इस बात की कल्पना से ही लोग डर रहे हैं।

कोटकपूरा के युवा अकाली नेता एडवोकेट अनुप्रताप सिंह बराड़ ने बताया कि बरसात में शहर को जलजमाव की स्थिति से मुक्त करने के लिये ही दो सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट समेत सारे शहर की सीवरेज व्यवस्था के सुधार के लिए अरबों रुपये के विकास कार्य शुरू करवाए थे लेकिन कांग्रेस ने इन विकास कार्यों पर अपनी मोहर लगाने के चक्कर में इनकी खरगोश चाल को कछुआ चाल में बदल दिया जिससे सारी स्थिति बिगड़ चुकी है। इनसेट

खुद कर रहे निरीक्षण : एसडीएम

कोटकपूरा के उपमंडल मजिस्ट्रेट मेजर अमित सरीन ने बताया कि बरसात के मौसम को देखते हुए उनकी तरफ से खुद निरीक्षण किया जा रहा है। शहर में जलजमाव को लेकर होने वाली परेशानियों को कम किया जा सके।

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