फरीदकोट में हरियाणा से आए धान के दो ट्राले किसानों ने पकड़े, रात भर शेलर के आगे बैठ कर की पहरेदारी

गांव लालेआना से ढैपयी को जाने वाली सड़क पर स्थित कैलाश राइस मिल में हरियाणा से लाए गए धान के दो बड़े ट्रक (घोड़ा ट्राला) किसानों ने पकड़ा। किसानों ने पूछताछ की तो ट्राला चालक कोई जवाब न दे सके।

By Edited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 06:33 AM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 08:55 AM (IST)
फरीदकोट में हरियाणा से आए धान के दो ट्राले किसानों ने पकड़े, रात भर शेलर के आगे बैठ कर की पहरेदारी
कोटकपूरा में शेलर के बाहर धरना लगाए बैठे किसान संगठन के सदस्य (जागरण)

कोटकपूरा, जेएनएन। निजी व्यापारियों की तरफ से अन्य राज्यों से गैर कानूनी तौर से लाकर पंजाब में धान बेचने का सिलसिला लगातार जारी है। गांव लालेआना से ढैपयी को जाने वाली सड़क पर स्थित कैलाश राइस मिल में हरियाणा से लाए गए धान के दो बड़े ट्रक (घोड़ा ट्राला) किसानों ने पकड़ा। किसानों ने पूछताछ की तो ट्राला चालक कोई जवाब न दे सके।

किसानों ने सारी रात शेलर आगे धरना लगा कर पहरेदारी की। बुधवार को मौके पर मौजूद लोग इन्साफ पार्टी के ब्लाक प्रधान कुलविन्दर सिंह संधू, भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर के ब्लाक प्रधान सुखमन्दर सिंह ढिल्लवां, बेअंत सिंह जोहड़, बीकेयू डकौंदा के उप प्रधान अमनदीप सिंह ढिल्लों समेत अलग-अलग किसानों ने कहा कि उक्त शेलर मालिक, संबंधित व्यापारी और ट्रक मालिकों के खिलाफ कार्रवाई कराने तक शेलर आगे धरना जारी रहेगा। शेलर के आगे पक्का टेंट लगाते किसानों ने ऐलान किया कि वह अब इंसाफ मिलने तक दिन -रात धरने पर डटे रहेंगे।

उन्होंने हैरानी व्यक्त की कि दो घोड़े ट्रालियों में पहुंचे पड़ोसी राज्य के धान बारे जब देर रात करीब 11:30 बजे शेलर के प्रबंधकों, ट्राला चालकों और दूसरों से जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने सुबह आठ बजे सब कुछ बताने का विश्वास दिलाया। 11:30 बजे तक भी शेलर मालिक या कोई प्रबंधक वहां न पहुंचा जिससे किसानों का गुस्सा भड़क गया। उक्त किसान नेताओं ने ट्रालों में लादे धान के बारदाने पर हरियाणा और मध्य प्रदेश की लगीं मोहरों को दिखाया। किसानों की तरफ से केंद्र और पंजाब सरकार समेत शेलर मालिकों और मार्केट कमेटी के अधिकारियों खिलाफ भी नारेबाजी की।

पंजाब का ही है धान : गुरशविंदर सिंह

मौके पर पहुंचे शेलर एसोसिएशन कोटकपूरा के प्रधान महाशा गुरशविंदर सिंह बराड़ ने दावा किया कि धान की फसल पंजाब की ही है परन्तु वह उक्त किसानों की गलतफहमी जरूर दूर करेंगे।

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