25 हजार करोड़ की जायदाद का विवाद: राजा हरिंदर की जाली वसीयत मामले की जांच करेगी SIT

फरीदकोट रियासत के पूर्व राजा हरिंदर सिंंह की जाली वसीयत के मामले की जांच एसआइटी करेगी। 25 हजार करोड़ की जायदाद का मामला लगातार गर्माता जा रहा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 09:40 AM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 09:40 AM (IST)
25 हजार करोड़ की जायदाद का विवाद: राजा हरिंदर की जाली वसीयत मामले की जांच करेगी SIT
25 हजार करोड़ की जायदाद का विवाद: राजा हरिंदर की जाली वसीयत मामले की जांच करेगी SIT

फरीदकोट, [प्रदीप कुमार सिंह]। फरीदकोट रियासत के अंतिम शासक राजा हरिंदर सिंह बराड़ की जाली वसीयत मामले की जांच एसआइटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) करेगी। एसएसपी फरीदकोट स्वर्णदीप सिंह ने एसपी हेडक्वार्टर भूपिंदर  सिंह की अगुआई में चार सदस्यीय एसआइटी गठित की है। एसआइटी की रिपोर्ट के बाद ही आरोपितों की गिरफ्तारी पर फैसला लिया जाएगा।

एसपी हेडक्वार्टर की अगुवाई में चार सदस्यीय टीम का किया गठन

बता दें कि राजा की बड़ी बेटी राजकुमारी अमृतपाल कौर की शिकायत पर बुधवार को रियासत की करीब 25 हजार करोड़ रुपये की जायदाद की देखरेख कर रहे महारावल खीवा जी ट्रस्ट के पदाधिकारियों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। केस में स्वर्गीय राजा हरिंदर के नाती व स्वर्गीय राजकुमारी दीपइंद्र कौर के बेटे जयचंद मेहताब और बेटी निशा डी खेर को भी आरोपित बनाया गया है। जयचंद महताब ट्रस्ट के चेयरमैन हैं और निशा डी मेहताब ट्रस्ट की वाइस चेयरपर्सन हैं। हजारों करोड़ रुपये की जायदाद का हाई प्रोफाइल मामला होने के कारण पुलिस भी फूंक-फूंक कर कदम आगे बढ़ा रही है।

राजकुमारी अमृतपाल कौर ने की थी जाली वसीयत की शिकायत

चंडीगढ़ में रहने वाली राजकुमारी अमृतपाल कौर ने 3 जुलाई को फरीदकोट पुलिस को शिकायत दी थी। शिकायत पर कानूनी राय लेने के बाद डीएसपी सतविंंदर सिंह  विर्क ने 7 जुलाई को महारावल खीवा जी ट्रस्ट के चेयरमैन व वाइस चेयरपर्सन सहित 23 पदाधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।

बार एसोसिएशन ने जताया एतराज

महावाल खीवा जी ट्रस्ट में पांच वकील भी पदाधिकारी हैं। वकील मोहन गुप्ता, नवजोत सिंह वेणुवाल, सुमित कमल कटारिया, परमजीत सिंह संधू, बलजिंदर सिंह बराड़ और जितेंद्र पाल सिंह वेणुवाल को भी जाली वसीयत मामले में आरोपित बनाया गया है। बार एसोसिएशन ने इस पर एतराज जताया है। एसोसिएशन के प्रधान कुलदीप सिंह मित्तल की अगुआई में वकील वीरवार को एसएसपी से मिले। एसोसिएशन का कहना है कि वकीलों को आरोपित बनाने के लिए नियमों को पालन नहीं किया गया है।

टीम ने जांच की शुरू

एसपी (हेडक्वार्टर) भूपिंदर सिंह एसआइटी की अगुआई करेंगे। उनके अलावा डीएसपी फरीदकोट सतविंदर सिंह विर्क, थाना सिटी फरीदकोट के प्रभारी गुरविंदर सिंह भुल्लर और थाना सिटी फरीदकोट के एसआइ हरविंदर सिंह एसआइटी के सदस्य होंगे। एसआइटी ने वीरवार शाम से जांच शुरू कर दी है। 

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