ज्यादातर बच्चों की मौत का कारण है निमोनिया

डब्ल्यूएचओ कंसलटेंट डा. मेघा प्रकाश ने बताया कि बच्चों के टीकाकरण कार्यक्रम विभाग की तरफ से एक नई न्यूमोकोकल कंजूगेट वैक्सीन शामिल की है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 05:43 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 05:43 PM (IST)
ज्यादातर बच्चों की मौत का कारण है निमोनिया
ज्यादातर बच्चों की मौत का कारण है निमोनिया

संवाद सूत्र, जैतो : डा. संजय कपूर सिविल सर्जन फरीदकोट तथा डा. मनदीप कौर सहायक सिविल सर्जन फरीदकोट के दिशा निर्देशों अनुसार सीएचसी बाजाखाना में सीएचओ और एलएलवीज को न्यूमोकोकल कंजूगेट वैक्सीन (पीसीवी) सम्बन्धित प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके फील्ड स्टाफ को संबोधन करते डब्ल्यूएचओ कंसलटेंट डा. मेघा प्रकाश ने बताया कि बच्चों के टीकाकरण कार्यक्रम विभाग की तरफ से एक नई न्यूमोकोकल कंजूगेट वैक्सीन शामिल की है।

बच्चों को तीन चरणों में लगाई जाएगी वैक्सीन

उन्होंने बताया कि यह वैक्सीन बच्चों को छह सप्ताह, 14 सप्ताह और नौ माह पर लगाई जाएगी। यह पीसीवी टीका सभी सरकारी सेहत संस्थाओं में मुफ्त लगाया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों में निमोनिया के गंभीर रूपों की रोकथाम करना है।

सरकारी अस्पतालों में मुफ्त मिलता है टीका

उन्होंने बताया कि पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मौत का एक बड़ा कारण निमोनिया है, और यह टीका बच्चे को निमोनिया से बचाने के लिए लाभकारी होगा। प्राईवेट अस्पतालों में में यह टीका बहुत महंगा है परन्तु सरकार की तरफ से यह टीकाकरण प्रोग्राम के अंतर्गत बच्चों को यह मुफ्त दिया जाएगा।

वैक्सीन के संबंध में करें जागरूक

इस अवसर पर सेहत सुपरवाइजर छिंदरपाल सिंह, बीईई सुधीर धीर, बीईई डा. प्रभदीप सिंह चावला ने कहा कि इस वैक्सीन बारे अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जाए और अपने सेंटर के अधीन आते आशा वर्करों को भी इस संबंधी जानकारी दी जाए, जिससे इससे सम्बन्धित गांव स्तर पर भी अधिक से अधिक जागरूकता गतिविधियों की जा सकें।

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