न सड़क न पानी और न सीवरेज की सुविधा
स्थानीय औद्योगिक क्षेत्र फोकल पॉइंट बदहाली से जूझ रहा है। इस फोकल पॉइंट में सैंकड़ों इंडस्ट्रीज स्थापित हैं।
संवाद सूत्र, कोटकपूरा
औद्योगिक क्षेत्र फोकल प्वाइंट बदहाली से जूझ रहा है। इस फोकल पॉइंट में सैकड़ों इंडस्ट्रीज स्थापित हैं और हजारों लोगों को रोजगार मिला हुआ है। क्षेत्र में सड़क, पानी, जल निकासी, सफाई जैसी बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था नहीं है। इसका सीधा असर कारोबार और उससे जुड़े रोजगार पर पड़ रहा है। क्षतिग्रस्त सड़कें, जगह-जगह कूड़े के ढेर, जलते कूड़े से उठता धुआं। यह नजारा लगभग हर ब्लॉक में आम है।
उद्यमी सालों से सरकारी विभागों से इन मुश्किलों के निदान की उम्मीद लगाए हैं, लेकिन समस्याएं जड़वत हैं। सरकार का इस तरफ कोई ध्यान न होने के कारण अब तो उद्यमी खुद भी लापरवाह होकर सड़कों पर उद्योगिक कचरा फैला रहे हैं। टूटी-फूटी सड़कों पर बरसात के मौसम में पानी जमा होने से इधर से गुजरने वाले आम नागरिक सडकों पर बने हुए गड्डों के कारण अक्सर दुर्घटना का शिकार बन जाते है। सफाई व्यवस्था तो स्वच्छ भारत अभियान के सुपर फ्लॉप साबित होने की जीती जागती तस्वीर पेश करती है। आज इस फोकल प्वाइंट का दौरा करने पर चार मुख्य समस्याएं सामने आई है। इस औद्योगिक क्षेत्रों के पार्क की हालत बदहाल है।
कंपनियों के बाहर पानी जमा होने से सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। उद्यमी खुले में कूड़ा फेंकते हैं। सफाई प्रमुख समस्या है। इस संबंध में भाजपा फरीदकोट के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रवीण गर्ग ने सुझाव दिया है कि सरकार की तरफ से सड़कों को नए सिरे से बनवा कर औद्योगिक क्षेत्र में कूड़ेदान रखे जाएं ताकि लोग उनमें कूड़ा डाल सकें औद्योगिक क्षेत्र में सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण हो। नगर निगम कर्मचारी रोजाना सफाई करें और रोजाना कूड़ा उठाएं। इस क्षेत्र में पॉलीथिन पर पूर्ण प्रतिबंध हो। कूड़ा निश्चित स्थान पर डंप हो। औद्योगिक क्षेत्र का कचरा सड़कों पर डंप करने पर पाबंदी हो।