दीवारों और नारों तक सीमित अभियान

कोटकपूरा में कितने आवारा पशु हैं इसके बारे में कोई भी आंकड़े पेश करने के दावे करे लेकिन इसका सही अंदाज लगाना मुश्किल है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 05:25 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jan 2020 05:25 PM (IST)
दीवारों और नारों तक सीमित अभियान
दीवारों और नारों तक सीमित अभियान

दीपक गर्ग, कोटकपूरा

शहर का कोई भी मोहल्ला ऐसा नहीं है जहां पर बेसहारा पशु न घूम रहे हों। कोई भी लिक सड़क बेसहारा पशुओं से मुक्त नहीं है। नगर कौंसिल कोटकपूरा ने स्वच्छता और प्लास्टिक मुक्त अभियान चला रखा है लेकिन यह दीवारों और नारों तक ही सीमित है।

मुक्तसर रोड रेलवे ओवरब्रिज की एक साइड पर प्लास्टिक मुक्त और स्वच्छता अभियान को लेकर वॉल पेंटिग दिख रही है तो दूसरी तरफ जलालेआना सड़क वाली साइड में ओवरब्रिज के नीचे कूड़े और पॉलिथीन के ढेर लगे हैं। कूड़े के ढेरों में बेसहारा पशु मुंह मारते रहते हैं। ओवरब्रिज के नीचे पशुओं को ठंड, धूप और बरसात के समय आसरा मिल रहा है। ये लावारिस पशु साथ बनी संकरी सर्विस रोड के लिए दुर्घटनाओं और ट्रैफिक जाम का कारण बने हुए हैं। 

कोटकपूरा के नगर कौंसिल के पूर्व अध्यक्ष स्व. काला राम के बेटे चंचल कुमार मेहंदीरत्ता जो इस ओवरब्रिज के बिल्कुल सामने रहते हैं ने बताया कि बेसहारा पशुओं और गंदगी के कारण आसपास रहने वाले निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उनके पिता के प्रधानगी कार्यकाल के बाद नगर कौंसिल कोटकपूरा कूड़े कर्कट और पशुओं को लेकर कोई नीति नहीं बना पाई है। जब तक शहर में से कूड़े की समस्या दूर नहीं होगी पशुओं की समस्या दूर नहीं होगी। 

नगर कौंसिल कोटकपूरा के कार्यसाधक अफसर राजेश शर्मा ने बताया कि वीरवार को इन समस्यायों के संबध में एक बैठक आयोजित की जा रही है। इसमें शहर के गणमान्यों के अलावा प्रेस को भी बुलाया जा रहा है। नगर कौंसिल कोटकपूरा के पास सफाई सेवकों की भी कमी है। नियमत भर्ती बंद है इसलिए ठेका बेस पर 150 अन्य सफाई कर्मियों की भर्ती की जाएगी। 15 फरवरी के बाद पूरा शहर साफ सुथरा दिखने लगेगा। अभी तक नगर कौसिल कोटकपूरा के पास गोकर की कोई रिकवरी नहीं हुई है। रिकवरी होते ही आवारा पशुओं की समस्या का हल किया जाएगा।  इनसेट

गोशालाओं में भेजे जाएंगे बेसहारा पशु : मत्ता

नगर कौंसिल कोटकपूरा के अध्यक्ष मोहन सिंह मत्ता ने बताया कि एक आम शहरी होने के नाते वो खुद भी इन समस्याओं से परेशान हैं। लेकिन नगर कौंसिल कोटकपूरा की कुछ मजबूरियों के चलते इन समस्यायों का कोशिश के बाद भी स्थायी समाधान नहीं हो पा रहा है। जैसे ही नगर कौसिल कोटकपूरा के पास गोकर पहुंचेगा। बेसहारा पशुओं को सरकारी गोशाला गोलेवाला या अन्य प्राइवेट गोशालयों में पहुंचा दिया जाएगा। कूड़े को एक जगह इकट्ठा करने के लिए कोई जगह नहीं मिल रही है। अस्थायी कूड़े के अड्डों से तुरन्त कूड़ा उठवा दिया जाता है।

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