जिले में अभी नहीं है आक्सीजन की कमी

कोरोना मरीजों के उपचार में सहायक आक्सीजन गैस की फरीदकोट में नहीं है कमी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 09:59 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 09:59 PM (IST)
जिले में अभी नहीं है आक्सीजन की कमी
जिले में अभी नहीं है आक्सीजन की कमी

जागरण संवाददाता, फरीदकोट : कोरोना मरीजों के उपचार में सहायक आक्सीजन गैस की फरीदकोट जिले में कोई कमी नहीं है। जिले में कोरोना महामारी के गंभीर रोगियों का उपचार गुरु गोविद सिंह मेडिकल कालेज के अस्पताल में हो रहा है। मेडिकल कालेज के पास खुद का आक्सीजन प्लाट है, जिससे जरूरत से ज्यादा आक्सीजन पैदा हो रही है।

बाबा फरीद यूनिर्वसिटी के वाइस चांसलर डाक्टर राज बहादुर ने बताया कि मेडिकल कालेज के पास दो तरह से आक्सीजन प्लांट हैं, जिसमें लिक्विड और हवा से आक्सीजन बनाई जाती है। लिक्विड़ फार्म में आक्सीजन का बड़ा प्लांट रोजाना 15 मीट्रिक टन आक्सीजन तैयार करने की क्षमता है, जबकि अस्पताल की रोजाना की जरूरत लगभग आठ मीट्रिक टन की है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि अस्पताल के दूसरे हिस्सों में हवा से आक्सीजन बनाने वाले उपकरण लगे हैं, जो कि पांच लीटर तक आक्सीजन बना देते हैं, ऐसे में फिलहाल उनके पास कोई दिक्कत नहीं है।

फरीदकोट सिविल अस्पताल के एसएमओ ने बताया कि अस्पताल में कोरोना मरीजों का उपचार नहीं हो रहा है, जिले में मात्र मेडिकल कालेज में ही कोरोना मरीजों का उपचार हो रहा है, उन्होंने आक्सीजन की बढ़ती मांग को देखते हुए सिलेंडर से आक्सीजन के उपयोग पर अस्पताल में अस्थाई रूप से रोक लगा उपकरण से पैदा होने वाले आक्सीजन का प्रयोग करने की सलाह डाक्टरों को दी है, ताकि जरूरत पड़ने पर उसका प्रयोग किया जा सके। इसके लिए सभी अस्पतालों को भी जरूरी निर्देश दिया जा चुका है। इसके अलावा सेहत विभाग इस पर कड़ी नजर भी रख रहा है।

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