ग्रामीण ही संभालने लगे कोरोना के खिलाफ मोर्चा

शहर के साथ साथ गांवों में भी कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं। प्रशास के साथ ग्रामीण हुए कड़े।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 10:07 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 01:14 AM (IST)
ग्रामीण ही संभालने लगे कोरोना के खिलाफ मोर्चा
ग्रामीण ही संभालने लगे कोरोना के खिलाफ मोर्चा

संवाद सहयोगी, अबोहर : शहर के साथ साथ गांवों में भी कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं। प्रशासन के आदेशों पर गांव वालों ने गांवों को सीज करना शुरू कर दिया है, ताकि कोई भी बाहरी व्यक्ति गांव में न आ सके व न ही गांव के लोग बाहर जा सके।

सीतो गुन्नो के गांव हिम्मतपुरा में कोरोना के मामले बढ़ने पर व एक कोरोना संक्रमण से 65 वर्षीय व्यक्ति की फरीदाकेट में मौत होने पर पुलिस प्रशासन के निर्देश पर गांववासियों ने खुद ही मोर्चा संभाल लिया है व गांव के मुख्य रास्तों को सील कर दिया है ताकि बाहरी लोगों की एंट्री को रोका जा सके। गांव में दो दर्जन से अधिक केस मिलने की बात सामने आई है। गांव के सरपंच मनोज व नंबरदार विष्णु ने बताया कि शहर के साथ अब कोरोना गांवों में भी पैर पसार रहा है जिसको समय रहते ही काबू करने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि गांव के लोगों के सहयोग से गांव में ठीकरी पहरा शुरू कर दिया गया है, जो दिन रात जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि गांव के लोग अपने खेत तो जाते हैं, लेकिन इसके अलावा कही बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है व न ही किसी बाहर के व्यक्ति को गांव में आने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गांवों में सैंपलिग का काम भी चल रहा है, जबकि वैक्सीन वह सीतो गुन्नें जाकर पहले ही लगवा चुके हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन ने भी हर तरह के सहयोग का भरोसा दिया है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह मास्क का इस्तेमाल करें फिजिकल दूरी बनाकर रखे व अगर किसी को कोई तकलीफ है तो वह कोरोना टेस्ट करवाने में लापरवाही न बरते।

उधर, आसपास के कई गांवों जिसमें कुलार, बिशनपुरा, सीतो व मेहराना में भी कोरोना के केस पाए जाने की बात सामने आई है। सीतो गुन्नों के एसएमओ डा. रवि बांसल ने बताया कि जो भी व्यक्ति पाजिटिव आता है उसको ज्यादा तकलीफ नहीं होने पर घर पर ही आइसोलेट किया जा रहा है व उन्हें फतेह कट व फतेह किट न होने की सूरत में दवा उपलब्ध करवाई जाती है। उन्होंने कहा कि पाजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले लोगों के सैंपल भी करवाए जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह अगर किसी पाजिटिव के संपर्क में आए है तो आगे आकर सैंपलिग करवाएं। उन्होंने कहा कि यह बीमारी छुपाने वाली नहीं है बल्कि अगर किसी को किसी तरह के कोई लक्षण नजर आते है तो सैंपल करवाकर इस बीमारी से जीत हासिल की जा सकती है। उन्होंने बताया जहां ज्यादा केस सामने आते हैं वहां प्रशासन द्वारा उस गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर वहां सैंपलिग वगैरह करवाई जा रही है।

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