अबोहर में इसी सत्र से शुरू होगा सरकारी कालेज, क्षेत्र के छात्रों को मिलेगी सुविधा
अबोहर के युवाओं के लिए खुशी भरी खबर है। अबोहर में सरकारी कालेज का चल रहा निर्माण कार्य जारी है।
राज नरूला, अबोहर : अबोहर के युवाओं के लिए खुशी भरी खबर है। अबोहर में सरकारी कालेज इस सत्र अगस्त से प्रारंभ होने जा रहा है। बेशक सरकारी कालेज की इमारत का निर्माण अभी नहरी कालोनी के साथ वाली जगह पर चल रहा है व इसके निर्माण में अभी छह महीने का समय लगने का अनुमान है, लेकिन सरकारी कालेज की अस्थाई कक्षाएं यहां के सरकारी सीसे स्कूल में प्रारंभ कर दी जाएगी मतलब सरकारी कॉलेज का ट्रेंन्सिट कैंपस यहां के सरकारी सीसे स्कूल में बनाया गया है। पिछले दिनों पंजाब यूनिवर्सिटी की टीम ने इसका निरीक्षण भी किया था व इसके लिए स्वीकृति प्रदान कर दी थी।
गौरतलब है कि अबोहर में सरकारी कॉलेज खोलने मांग वर्षो पुरानी है। विधानसभा चुनावों में सुनील जाखड़ ने सरकारी कालेज बनवाने का वादा किया था जिसके बाद उन्होंने अपना वादा पूरा किया व कुछ महीने पहले विभिन्न प्रोजेक्ट को शुरू करवाया जिसमें सरकारी कॉलेज का निर्माण भी शामिल था।
सरकारी कालेज की इमारत बनाने का काम युद्ध स्तर पर यहां के नहरी कालोनी के साथ जारी है लेकिन अभी इमारत बनने में कुछ महीने का समय लग सकता है जिसको देखते हुए एक बार कालेज को अस्थाई रूप से यहां के सरकारी सीसे स्कूल में शुरू किया जा रहा है ताकि इस सत्र से पढ़ाई काम शुरू हो सके। जिसके चलते अगस्त महीने से यहां कक्षाएं शुरू हो जाएगी। संदीप जाखड़ ने बताया कि लड़के व लड़कियों दोनों के लिए यह कालेज होगा व फिलहाल सरकारी सीसे स्कूल के ट्रांजिस्ट कैंपस में शुरूआती दौर में कुछ चुनिदा कोर्स शुरू किए जाएंगे व उसके बाद कॉलेज की इमारत तैयार हो जाने पर सभी कोर्स हो ऐसा वह प्रयास करते रहेंगे। यहां सरकारी कालेज खुलने से इलाके में विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा हासिल हो सकेगी। हालांकि इलाके में पहले कोई भी सरकारी कालेज नहीं है और यहां पर सात प्राइवेट कालेज चलाए जा रहे हैं, जिनकी फीस ज्यादा होने से गरीब परिवारों के बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते। अबोहर में पहले कोई सरकारी कॉलेज न होने से अबोहर व बल्लुआना हलके के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा हासिल करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। यह कालेज अबोहर बल्लुआना इलाके के विद्यार्थियों के लिए वरदान साबित होगा। अबोहर में सरकारी कॉलेज खोलने की जरूरत को लेकर दैनिक जागरण समय-समय पर लोगों की आवाज उठाता रहा है। अबोहर में सरकारी कॉलेज खोलने की मांग करीब तीन दशक पुरानी है। सरकारी कालेज शुरू होने से गरीब परिवारों व मध्यम वर्ग के बच्चों को राहत मिलेगी। अबोहर में सरकारी कॉलेज न होने का सबसे बड़ा नुकसान गरीब वर्ग के बच्चों को हो रहा था एक अनुमान के अनुसार अबोहर में तीस से चालीस फीसद बच्चे बारहवीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर पाते थे।
विकास के लिए कांग्रेस सरकार प्रयासरत : संदीप झाखड़
अबोहर के युवा कांग्रेस नेता संदीप जाखड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह सुनील जाखड़ के प्रयासों से शहर के विकास के साथ साथ शिक्षा पर भी विशेष ध्यान दे रहे हैं। जहां सरकारी स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बनाया गया है वहीं स्कूलों को कमरों के निर्माण के लिए विशेष ग्रांटे भी उपलब्ध करवाई गई है व स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर भी मजबूत किया जा रहा है। कोट---
उच्च शिक्षा के सपने होंगे साकार
महंगी होती उच्च शिक्षा आम लोगों से दूर होती जा रही है। ऐसे में यहां सरकारी कालेज खुलने से गरीब व मध्यम वर्ग के बच्चों को लाभ मिलेगा और वे अपनी उच्च शिक्षा के सपनों को साकार कर सकेंगे।
-रिटायर्ड जिला स्काउट्स कमिश्नर दर्शन लाल चुघ।
आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को मिलेगा लाभ
अबोहर में सरकारी कालेज न होने से आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ जाती थी। अब सरकारी कालेज खुलने से आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को जहां योग्य प्राध्यापकों से शिक्षा हासिल होगी वहीं उनकी पढ़ाई भी निरंतर चलती रहेगी।
- राजू चराया, प्रधान नरसेवा नारायण सेवा समिति