गंदगी की गहरा रही है समस्या, कूड़े को लोग लगा रहे आग

जिले की तीनों नगर कौंसिल के सफाई कर्मचारी पिछले लगभग 40 दिनों से आग हड़ताल के चलते परेशानी बनी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 05:03 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 05:03 PM (IST)
गंदगी की गहरा रही है समस्या, कूड़े को लोग लगा रहे आग
गंदगी की गहरा रही है समस्या, कूड़े को लोग लगा रहे आग

संवाद सहयोगी, फरीदकोट : जिले की तीनों नगर कौंसिल के सफाई कर्मचारी पिछले लगभग 40 दिनों से हड़ताल पर हैं। जिले के सभी शहरों हर नुक्कड़ पर प्लास्टिक, कचरे की बाढ़ आ रही है, गंदगी से लोग परेशान है। ऐसे में कुछ अज्ञात लोगों द्वारा कूड़े को भी आग लगाई जा रही है, जो कि नुकसानदायक साबित हो सकती है।

कचरे के इन जलते हुए ढेरों से भारी धातुएं और जहरीली कार्बन डाइआक्साइड वातावरण में घुल रही है, जोकि मानव सेहत के लिए भी नुकसानदायक है। कोटकपूरा नगर कौंसिल के एक अधिकारी ने अपना नाम न बताने को प्राथमिकता देते हुए कहा कि कचरे के इन ढेर को जलाना वर्तमान स्थिति में एकमात्र समाधान है, क्योंकि प्लास्टिक की थैलियां पेड़ की शाखाओं में फंस रही हैं, सड़कों पर बिखरी हैं। 14 मई से सफाई कर्मचारियों की हड़ताल को देखते हुए कूड़े के बढ़ते ढेर को संभालने का कोई प्रबंध नहीं किया गया है। अधिकारी ने कहा कि आधिकारिक तौर पर कचरे के इन ढेरों को आग लगाने का कोई आदेश नहीं है, लेकिन अनौपचारिक रूप से इस समय समस्या से निपटने का यही एकमात्र व्यावहारिक समाधान है। कोटकपूरा में ही नहीं बल्कि फरीदकोट और जैतो समेत जिले के तमाम कस्बों में समस्या के अस्थायी समाधान के तौर पर कूड़ा जलाना लागू किया जा रहा है। चूंकि इस कचरे में मुख्य रूप से प्लास्टिक के बैग और रसायनों के साथ अन्य उच्च विषैले पदार्थ होते हैं, क्योंकि इसे कोटिग्स और स्याही से उपचारित किया जाता है, इसलिए इसे जलाने से अल्ट्रा टॉक्सिक डाइऑक्सिन का उत्सर्जन होता है। कोटकपूरा में नागरिक सुविधाओं के लिए एक स्वैच्छिक संगठन, लोक मंच के अध्यक्ष साधु राम देवड़ा ने कहा कि जलने के बाद के अवशेषों में अत्यधिक मात्रा में जहरीले पदार्थ होते हैं जो बहकर या मिट्टी और भूजल में रिस रहे हैं।

राज्य में 14 मई से 135 शहरी स्थानीय निकायों में 10,000 से अधिक सफाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं, और शहरों में कचरा संग्रहण नहीं है। पंजाब सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष अशोक श्रवण ने कहा कि सरकार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है और कचरे के बढ़ते ढेर से राज्य सरकार को कोई समस्या नहीं है, इसलिए हमें अपनी हड़ताल जारी रखने के लिए मजबूर किया जा रहा है।

स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिद्रा ने कहा कि सरकार बातचीत कर रही है, और इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाने की कोशिश कर रही है।

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