स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के तीन नेता बैठे भूख हड़ताल पर

फरीदकोट के सरकारी बरजिंद्रा कालेज में 1972 से चल रहे कृषि विश््वविदद्यलय को बंद करने के खिलाफ धरना जारी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 10:00 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 10:00 PM (IST)
स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के तीन नेता बैठे भूख हड़ताल पर
स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के तीन नेता बैठे भूख हड़ताल पर

संवाद सहयोगी, फरीदकोट

फरीदकोट के सरकारी बरजिंद्रा कालेज में 1972 से चल रहे कृषि विभाग बंद होने जा रहा जिस को बचाने के लिए लगातार विद्यार्थियों की तरफ से पिछले तीन महीनों से संघर्ष किया जा रहा है। इसी संघर्ष दौरान पिछले 15 दिनों से भूख हड़ताल का सिलसिला शुरू किया गया है जिस में रोज शहर के तीन लोग रोज भूख हड़ताल और बैठते हैं। मंगलवार को इस लड़ी के अंतर्गत फ्रीडम फाइटर परिवार एसोसिएशन के तीन नेताओं ने भूख हड़ताल में शमूलियत की।

आल इंडिया फ्रीडम फाइटर परिवार एसोसिएशन के प्रधान कुलदीप सिंह बराड़ ने कहा कि जहां दूसरे सरकारी सेक्टरों का निजीकरण किया जा रहा है वहां शैक्षिक अदारों को भी अब निजी हाथों में देकर गरीब विद्यार्थियों के पढ़ाई के हक से वंचित जा रहा है। विद्यार्थियों के इस संघर्ष में हम उनके साथ ले जाए हैं और कृषि विभाग को इस इलाको के सरकारी कालेज खत्म नहीं होने देगा।

विद्यार्थी नेता रोमन कुमार ने कहा कि पिछले तीन महीने से हम लगातार कृषि विभाग को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं जिस के लिए हमें शहर निवासियों का सहयोग तो मिल रहा है परन्तु उन नहीं जितने की उम्मीद करते हैं। -------------- कोविड वार्डों में काम करने वाले 150 मुलाजिमों को हटाने के आदेश

संवाद सहयोगी, फरीदकोट

कोरोना महामारी के दौरान गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कालेज और अस्पताल में अलग-अलग कोविड वार्डों में जान जोखिम में डाल कर काम करने वाले 150 मुलाजिमों जिनमें स्टाफ नर्सें, वार्ड अटेंडेंट और सफाई कर्मी आदि थे को सरकार की तरफ से हटाने के आदेश हुए हैं जिसको ले कर मुलाजिमों में रोष पाया जा रहा।

मंगलवार को मुलाजिमों को जैसे ही पता लगा उनकी तरफ से रोष प्रदर्शन कर काम बंद कर कर सरकार और यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया और सेवाएं जारी रखने की मांग की गई।

मेडिकल सुपरिटेंडेट ने कहा कि इन मुलाजिमों को आउटसोर्स के द्वारा कोविड मरीजों की देखभाल के लिए रखा गया था। अब कोविड के मरीज कम गए हैं और सरकार की तरफ से अनुदान बंद कर दी गई है और सभी मुलाजिमों को 30 सितंबर तक रलीव करनें के हुक्म हुए गए हैं।

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