अनाज मंडियों में महिलाओं, बच्चों का झुंड सक्रिय

मंडी में फसलों की आवक शुरू होने के साथ ही फसल पर हाथ साफ करने वाले भी सक्रियो हो जाते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 04:08 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 04:08 PM (IST)
अनाज मंडियों में महिलाओं, बच्चों का झुंड सक्रिय
अनाज मंडियों में महिलाओं, बच्चों का झुंड सक्रिय

जासं, फरीदकोट

मंडी में फसलों की आवक शुरू होने के साथ ही फसल पर हाथ साफ करने वाली महिलाओं व बच्चों का झुंड भी दिखाई देने लगता है। झुंड के सदस्य किसान की गेहूं की ढेरी से पलक झपकते ही हजारों रुपये की फसल चोरी कर लेती है। किसानों के लिए जिले की मंडियों में महिलाओं, बच्चों का यह झुंड़ बड़ी परेशानी का कारण बना है।

फरीदकोटवासी किसान गुरदेव सिंह ने बताया कि झुंड में चार से पांच बच्चे व आठ से दस महिलाएं होती है, और सभी लोग बड़ी बोरियों का झोला लिए रहते हैं। बच्चे आठ से दस किलो वाला हाथों में कंटेनर लिए रहते हैं। कुछ महिलाएं किसान से थोड़ा सा गेहूं मांगने के लिए उसके आगे खड़ी हो जाती है, जो किसान देने से मना करता है। इसी जद्दोजहद के बीच किसान को घेरे खड़ी महिलाओं के पीछे ढेरी से बच्चों जल्दी-जल्दी डेढ़ से दो क्विटल गेहूं चुरा लेते हैं। किसान तो गेंहू देता नहीं लेकिन यह लोग चोरी कर गेहूं ले जाते हैं। गेहूं चोरी होने की जानकारी उस समय किसान को होती है जब वह ढेरी को ठीक से देखता है, तब यह झुंड़ वहां से रफूचक्कर हो चुका होता है।

आढ़तिया व मजदूरों के अनुसार वह लोग भी इस झुंड़ को अक्सर ही चोरी करते हुए पकड़ते हैं। पकड़ने जाने पर यह लोग गिड़गिड़ाने लगते हैं और महिला, बच्चे होने के कारण इन्हें छोड़ दिया जाता है। यह लोग दिन भर में एक-एक व्यक्ति एक से डेढ़ क्विटल तक गेहूं चोरी कर लेती है। इस पर रोक लगाई जानी चाहिए।

इनसेट

झुंड का मुखिया बच्चों को चोरी के लिए लाता है किराए पर

झुंड में शामिल बच्चों को झुंड की मुखिया दूर-दराज से अपने जानकारों से पांच-पांच रुपये सीजन भर के लिए किराए पर लेकर आती है, जब सीजन खत्म हो जाता है, तो वह उन्हें पहुंचा देती है। बच्चे चोरी में इतने ट्रेंड हो जाते हैं कि झोलों व डिब्बों में दिन भर चोरी करते रहते हैं। कुछ दो से तीन की संख्या में बच्चों का छोटा-छोटा झुंड घूमता रहता है, जो कि फसलों की चोरी करता है।

chat bot
आपका साथी