मंडियों में गेहूं की आमद तेज, लिफ्टिंग धीमी
प्रदेश सरकार भले ही मंडियों में गेहूं खरीद प्रबंध मुकम्मल होने के दावे किए जा रहा है।
संवाद सहयोगी, फरीदकोट
प्रदेश सरकार भले ही मंडियों में गेहूं खरीद प्रबंध मुकम्मल होने का दावा कर रही है, परंतु मंडी में गेहूं की आवक तेज होने के साथ ही सरकार की तैयारियां कम दिखाई दे रही है। कुछ आढ़तियों को बारदाने की कमी से दो चार होना पड़ रहा है तो, वह आढ़ती व किसान ज्यादा परेशान हैं जिन्होंने फसल तो खरीद एजेंसी को बेच दी है, परंतु डाटा अपलोड करने में परेशानी का सामना कर रहे है।
मंडी में फसल लेकर आए किसानों ने कहा कि बारदाने की कमी कारण बड़ी मुश्किल आ रही है। गांवों की मंडियों में तो अभी तक नाम मात्र ही बारदाना पहुंचा है जिस कारण फसल खुले में पड़ी है। दूसरा सरकार की तरफ से जो पोर्टल और फसल का डाटा अपलोड करना है, उसके लिए बहुत परेशान होना पड़ रहा है। अपनी फसल किसी और की निगरानी में छोड़ कर घंटों बैठना अलग पड़ रहा है, दूसरा अनपढता के चलते मुश्किल कागज पूरे करने में मुश्किल आ रही है। एक तरफ रात का कफ्यू होने के कारण मंडियों में कोई भी सुरक्षा प्रबंध नहीं, जिस कारण उनकी फसल की चोरी बहुत हो रही है और साथ ही रात को खाने-पीने की भी समस्या आ रही है।
आढ़तियों ने बताया कि मंडी में बारदाने की कमी सबसे बड़ी मुश्किल है। खरीद एजेंसियों के पास पूरी मात्रा में बारदाना न होने के कारण भराई प्रभावित हो रही है, साथ ही लिफ्टिग की भी धीमी चल रही है। इस कारण मंडियों में गेहूं उतारने की जगह भी नहीं बची। दूसरी तरफ जो सरकार की तरफ से फसल का डाटा पोर्टल और अपलोड करना है, उसे ले कर भी बहुत दिक्कत आ रही है। कई किसान अनपढ़ हैं जिस कारण डाटा अपलोड नहीं हो रहा।