लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए वाल पेटिग का सहारा

किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए शिअद मतदाताओं तक अपनी बाता पहुंचाने के लिए वाल पेंटिंग करवा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 03:45 PM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 03:45 PM (IST)
लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए वाल पेटिग का सहारा
लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए वाल पेटिग का सहारा

देवानंद शर्मा, फरीदकोट

किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए शिअद मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाने के लिए ग्रामीण हिस्सों में वाल पेंटिग व फ्लैक्स बोर्डाे का सहारा ले रही है। इससे पहले पार्टी के नेताओं ने ग्रामीण इलाकों में पार्टी के नेता के चेहरे और चुनावी वादों को दिखाने के लिए पोस्टर चिपकाने और फ्लेक्स बोर्ड लगाने शुरू कर दिए थे। इन पोस्टरों और फ्लेक्स बोर्डों को अकाली पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के घरों पर चिपका कर लगाया गया था, लेकिन इनमें से अधिकतर पोस्टर फाड़ दिए गए और फ्लेक्स बोर्ड क्षतिग्रस्त या हटा दिए गए। अब पार्टी के नेताओं ने बड़े आकार की दीवार-पेंटिग और लेखन अभियान और प्रचार शुरू कर दिया है।

गांवों में अकाली दल के कार्यकर्ताओं और समर्थकों के घरों की दीवारों पर पेंट, स्याही और अन्य सामग्री से ये दीवार पेंटिग और लेखन किया जा रहा है। इसके लिए नलकूपों के पास, राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्ग और लिक सड़कों के साथ बने कमरों की दीवारों का उपयोग किया जा रहा है। ये सभी दीवार-पेंटिग आकार में बड़ी हैं।

सार्वजनिक संपत्ति पर वाल पेंटिग बनाना चुनाव आयोग के आदेशों का उल्लंघन हो सकता है। इसके अलावा, ये लेखन किसान संघ के सदस्यों और विरोधियों के विरोध को आमंत्रित कर सकते हैं। इसलिए शिअद पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की संपत्तियों को चुना है।

क्षेत्र के कई चित्रकारों ने कहा कि इस बार स्थिति ने उन्हें बहुत रोजगार दिया है। पहले चुनाव प्रचार के लिए फ्लेक्स बोर्ड के व्यापक उपयोग से सभी चित्रकारों और दीवार-लेखकों को बड़ा नुकसान हुआ था। लेकिन फ्लेक्स बोर्डों को हटाने के डर ने उन्हें इस बार काफी मदद की है।

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