सरकारी अस्पतालों में बंद हुआ टीकाकरण

कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच सेहत विभाग ने सरकार अस्पतालों में टीकाकरण बंद कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 04:11 PM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 04:11 PM (IST)
सरकारी अस्पतालों में बंद हुआ टीकाकरण
सरकारी अस्पतालों में बंद हुआ टीकाकरण

जागरण संवाददाता, फरीदकोट

कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच सेहत विभाग ने सरकारी अस्पतालों में लगाई जा रही कोरोना वैक्सीनेशन का काम बंद कर दिया है। विभाग ने यह फैसला अस्पताल आ रहे कोरोना मरीजों को देखते हुए लिया है।

विभाग ने सरकारी अस्पतालों में भले ही कोरोना वैक्सीनेशन का काम बंद कर दिया है परंतु डिस्पेंसरियों में वैक्सीनेशन जारी है। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों द्वारा अस्पताल परिसर से बाहर शहर में कहीं भी वैक्सीन लगाने के लिए साइट खोली जा सकती है, जहां पर वैक्सीन लोगों को निशुल्क लगेगी। विभाग ने भले ही उक्त फैसला कोरोना संक्रमण को अस्पताल से फैलने से रोकने को लिया है, परंतु विभाग के फैसले पर सवाल उठ रहे हैं। अब तक अस्पताल के एक हिस्से में कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही थी, तो दूसरे हिस्से में कोरोना सैंपल लिए जा रहे थे। विभाग द्वारा लिए गए फैसले के अनुसार अब वैक्सीन अस्पताल से बाहर ही लग पाएगी।

सिविल सर्जन डाक्टर संजय कपूर ने बताया कि विभाग द्वारा लिए गए फैसले के अनुसार जिले के सरकारी अस्पतालों में वैक्सीनेशन का काम ठप हो गया है, जबकि विभाग की छोटी डिस्पेंसिरियों में वैक्सीनेशन पूर्व की भांति जारी रहेगा। सरकारी अस्पतालों द्वारा शहर में सुरक्षित जगह पर वैक्सीनेशन का काम जारी रहेगा।

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जिले को मिली कोवाशील्ड की दो हजार डोज

पिछले कई दिनों से कोरोना वैक्सीन की कमी से जूझ रहे जिले को विभाग द्वारा कोवाशील्ड ब्रांड की कोरोना वैक्सीन की 2000 डोज बुधवार को मिली है। यह डोज जिले की जरूरत के अनुरूप में ऊंट के मुंह में जीरा की तरह है। इस डोज के वीरवार सुबह तक ही खत्म होने की आशा है वह भी तब जबकि जिले की 90 साइटों में से 70 साइटें वैक्सीन के अभाव में बंद पड़ी हैं।

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वैक्सीनेशन के प्रति बढ़ा लोगों में उत्साह-

मई में तेजी से बढ़ रहे कोरोना महामारी को देखते हुए शहर व गांव दोनों जगह पर वैक्सीन लगवाने के प्रति लोगों में उत्साह बढ़ा है। लोग बड़ी संख्या में वैक्सीन लगवाने के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। अब तक गांव के लोग जो वैक्सीनेशन से दूरी बनाए हुए थे परंतु अब महामारी के गांवों में पैर पसारने गांव के लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आ रहे हैं।

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