बेरहमी से काटे जा रहे आक्सीजन के स्त्रोत
इंडस्ट्री के नाम पर शहर की एकमात्र सहकारी शुगर मिल बंद पड़ी में स्थित पेड़ों का काटा जा रहा है।
संवाद सहयोगी, फरीदकोट
इंडस्ट्री के नाम पर शहर की एकमात्र सहकारी शुगर मिल जो बंद पड़ी है, को चालू करवाने के लिए लम्बे संघर्ष के बावजूद इस मिल को बचाया नहीं जा सका। अब इस मिल की 135 एकड़ जमीन में कई साल पुराने विरासती सैकड़ों पेड़ लगे हुए हैं, उनको सरकार के हुक्म के बाद कटाई की जा रही है। जिसको ले कर आम आदमी पार्टी के विधायक कुलतार संधवा की तरफ से सरकार खिलाफ नाराजगी जाहर की जा रही है, और सरकार को तुरंत इस को रोकने के लिए विनती की जा रही है।
विधयाक कुलतार संधवा और आप नेता गुरदित्त सिंह सेखों ने कहा कि महज 67 लाख रुपये की खातिर सरकार शुगर मिल की 135 एकड़ •ामीन में लगे पेड़ जिसमें हजारों प्रजाति के पक्षी और जानवर रह रहे हैं की कटाई की जा रही है। कोरोना काल दौरान में जहां हजारों मरीज आक्सीजन की कमी के चलते मर रहे हैं, परन्तु दूसरी तरफ कुदरती आक्सीजन के स्त्रोतों को बर्बाद किया जा रहा है। उन्होंने पंजाब सरकार के पास से मांग की कि जल्द इन वृक्षों की कटाई को रोकी जाए नहीं तो उन की तरफ से संघर्ष शुरू किया जाएगा। पहले भी इस मिल को बचाने के लिए संघर्ष शुरू किया गया था, परन्तु सरकार की तरफ से इस मिल की मशीनरी को भोगपुर मिल में भेज दिया गया और अब यहां बेदर्दी के साथ सालों पुराने पेड़ काटे जा रहे हैं। उनके साथ मौके पर गुरदित सिंह सेखों हलका इंचार्ज आम आमदी पार्टी , हैपी बराड, अमनदीप सिह व अन्य लोग मौजुद थे।