टीबी मरीजों की हो रही जांच
भारत सरकार द्वारा देश को 2025 तक टीबी मुक्त करने के लिए मुहिम चलाई गई है।
संवाद सहयोगी, फरीदकोट
भारत सरकार द्वारा देश को 2025 तक टीबी मुक्त करने के लिए चलाई जा रही एक्टिव टीबी केस फाइंडिग मुहिम के तहत सेहत विभाग की तरफ से सिवल सर्जन डा.संजय कपूर के नेतृत्व में एक नवंबर तक फरीदकोट, कोटकपूरा और जैतो के शहरी क्षेत्र और बस्तियों में आशा वर्करों की तरफ से घर-घर जा कर टीबी के लक्षणों वाले मरीजों की खोज करने के लिए सर्वे और जागरूकता सरगर्मियों का आयोजन किया जा रहा है। इसका जाय•ा लेने के लिए जिला टीबी अफसर डा.सरवदीप सिंह रोमाना ने अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा किया।
डा.रोमाना ने बताया कि आशा वर्करों को घर-घर जा कर टीबी के लक्षणों वाले मरीजों की खोज करने और टीबी को कंट्रोल करने में सहायता के लिए मोबाइल एप मोबाइल और डाउनलोड करवाने संबंधित विशेष प्रशिक्षण दी गई है। उन्होंने बताया कि आशा वर्करों की तरफ से संदिग्ध मरीजों के बलगम का सैंपल मौके पर ही ले कि जांच के लिए सरकारी अस्पताल में भेजा जाएगा। यदि कोई मरी•ा टीबी से पीडित पाया गया तो उसका सारा इलाज मुफ््त किया जाएगा।