पराली प्रबंधन के लिए मशीनों की खरीद पर मिलेगी सब्सिडी
डीसी विमल कुमार सेतिया ने के किसानों को धान के पराली के प्रबंधन के लिए प्रेरित किया।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
डीसी विमल कुमार सेतिया ने के किसानों को धान के पराली और कचरे को जलाने के गंभीर खतरों से आगाह किया और कहा कि अच्छा स्वास्थ्य अच्छी सोच का परिणाम है। उन्होंने अच्छी हवा, स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त पर्यावरण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि पृथ्वी, पर्यावरण और जीवन को बचाने के लिए प्रत्येक मनुष्य को अपना बहुमूल्य योगदान देना चाहिए।
डीसी ने कहा कि पर्यावरण लगातार प्रदूषित हो रहा है. इसलिए हमें संयम बरतने की जरूरत है। पराली को जलाने से मानव स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है, इसलिए हमें पराली को नहीं जलाना चाहिए बल्कि विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार इसका आधुनिक तरीके से प्रबंधन करना चाहिए।
फरीदकोट के मुख्य कृषि अधिकारी डा. बलविदर सिंह ने सोमवार को यहां बताया कि वर्ष 2021-22 के दौरान फसल अवशेष प्रबंधन योजना के तहत फसल अवशेष प्रबंधन के लिए किसानों, किसान समूहों, पंचायतों और सहकारी समितियों द्वारा ऑनलाइन पंजाब सरकार के पोर्टल पर आवेदन जमा किए गए थे। उन्हें जल्द ही मशीनरी की खरीद पर सब्सिडी दी जा रही है।
आत्मा के डा. अमनदीप केशव पीडी ने कहा कि योजना के तहत निजी किसानों और किसान समूहों को 50 प्रतिशत और सहकारी समितियों और पंचायतों को 80 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जा रही है।