युवाओं को सद्मार्ग दिखाना जरूरी
श्री दुर्गा माता मंदिर देवस्थानम के द्वारा कोटकपूरा शहर में सात दिवसीय भागवत कथा जारी है।
संवाद सूत्र, कोटकपूरा
श्री दुर्गा माता मंदिर देवस्थानम के द्वारा कोटकपूरा शहर में सात दिवसीय श्रीमदभागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। समागम के छठे दिन कथा प्रसंग की चर्चा करते हुए सर्वश्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी गौरी भारती ने कंस वध प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि प्रभु श्री कृष्ण जी ने बहुत ही छोटी उम्र में कंस का वध कर दिया था। वह बहुत ही विवेकवान थे। विचार करते हैं कि आज के युवा वर्ग की क्या हालत हो चुकी है, जो पथ भ्रष्ट हो चुके हैं। आज का युवा देखने में तो युवा लगता है पर उसमें युवाओं वाले कोई भी गुण दिखाई नहीं देते। एक वह युवा थे जिन्होंने समाज को ही बदल कर रख दिया। उनके सिर पर देशभक्ति का ऐसा जुनून था कि उन्होंने अपनी जान की बाजी तक लगा दी और देश के लिए कुर्बान हो गए।
जिस प्रकार भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, महाराणा प्रताप, शिवाजी मराठा इत्यादि इन सब को आज भी याद किया जाता है। यह सब सदैव के लिए अमर हो गए। लेकिन आज का नौजवान नशे में डूबता ही जा रहा है। अगर कोई उसे मार्ग दिखाता है या समझाता है तो वह उसे समझ नहीं लगती। बस वह अपने ही मार्ग पर चलता रहता है। साध्वी जी ने कहा कि अगर युवा वर्ग को सही दिशा दिखानी है तो उसके लिए जीवन में एक पूर्ण गुरु का होना बहुत जरूरी है जो उसे भीतर से और बाहर से बदल दे।
कथा के दौरान ज्योति प्रज्वलित की करने की रस्म को अशोक काकड़िया, वीरेंदर कुमार, आंनद अरोड़ा इत्यादि ने पूर्ण किया। अंत में साध्वी बहनों द्वारा सुमधुर भजनों का गायन किया गया और प्रभु की पावन पुनीत आरती के साथ समापन किया गया।