अच्छे कर्म करने के लिए मिला मानव जीवन

दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से श्री राधा कृष्ण मंदिर श्श्रीराम कथा का आयोजन जारी है

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 03:08 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 03:08 PM (IST)
अच्छे कर्म करने के लिए मिला मानव जीवन
अच्छे कर्म करने के लिए मिला मानव जीवन

संवाद सूत्र, कोटकपूरा

दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से श्री राधा कृष्ण मंदिर चेरिटेबल ट्रस्ट मुक्तसर रोड कोटकपूरा में तीन दिवसीय श्री हरि कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के दूसरे दिन सर्वश्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी रीतू भारती ने कथा की अमृतमयी वर्षा करते हुए कहा मनुष्य को यह जीवन मिला है अच्छे कर्म करने के लिए, परन्तु वह चाह कर भी अच्छाई की ओर नहीं बढ़ पाता।

साध्वी ने बताया कि इसका कारण यह है कि इंसान मन के अधीन हो चुका है। मन के अधीन होकर वह अपने स्वार्थ की पूर्ति ही कर रहा है। मनुष्य की स्थिति दुर्योधन की तरह हो गई है, जिसे स्वार्थ में कुछ भी दिखाई नहीं दिया। जिसका परिणाम क्या निकला महाभारत का युद्ध, अनेकों लोगो की मृत्यु और अंत में उसके स्वयं के जीवन का भी अंत और यही सब आज हो रहा है।

अपने स्वार्थ में इंसान को दूसरों का दुखा दर्द दिखाई नहीं देता वी बस स्वयं की खुशियों तक सीमित हैं। परन्तु ईश्वर हर मानव को संकेत अवश्य करता है कि संभल जाओ अब भी समय है। सही मार्ग अपनाओ, जैसे भगवान श्रीकृष्ण ने दुर्योधन को किया और वह संकेत कुछ और नहीं जीवन में सत्संग का आना है। जब जीवन में सत्संग आ जाता है, तो इंसान की मलिन बुद्धि पवित्र हो जाती है और वह स्वयं अच्छाई की ओर बढ़ जाता है। सत्संग द्वारा परिवर्तन बाहर से नहीं भीतर से आता है। व्यक्ति को स्वयं समझ आ जाती है कि क्या सही है और क्या गलत, और मुझे किसका चयन करना है। इसलिए हमें भी आवश्यकता है। सत्संग रूपी गंगा में गोता लगाकर, जीवन को सफल करने की।

कथा में मंदिर कमेटी मैंबर बाबा हरि दर्शन महाराज जी (संस्थापक), राज कुमार अग्रवाल (प्रधान), पंकज भारती (कोषाध्यक्ष), प्रमोद शर्मा (सेक्टरी), एवम समस्त कमेटी मैंबरो का भरपूर सहयोग रहा। कथा का समापन प्रभु श्री हरि की पावन पुनीत आरती द्वारा किया गया। अंत में सारी संगत के लिए प्रसाद रूपी लंगर का भी आयोजन किया गया।

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