सात ग्रामीण और कृषि श्रमिक संगठनों ने की रैली
पंजाब के सात ग्रामीण और कृषि श्रमिक संगठनों द्वारा गठित संयुक्त मोर्चे े आह्वान पर रैली की गई।
संवाद सूत्र, फरीदकोट
पंजाब के सात ग्रामीण और कृषि श्रमिक संगठनों द्वारा गठित संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को कार्यकर्ताओं ने सांस्कृतिक केंद्र पर रैली की। रैली के दौरान कार्यकर्ताओं ने पंजाब सरकार के खिलाफ नारे बाजी की।
समिति सदस्य गुरपाल सिंह नंगल ने कहा कि जिस कांग्रेस सरकार ने मेहनतकश किसानों को कर्जमाफी और घर-घर रोजगार देने का वादा किया था, उसने न सिर्फ बेरोजगारी दर बल्कि 2017 में सरकार बनने के बाद मजदूरों के कर्ज का रिकार्ड न होने का बहाना लगाकर मजदूरों को कर्जमाफी से वंचित कर दिया। पंजाब फार्म वर्कर्स यूनियन द्वारा 2017 में घर-घर जाकर कराए गए सर्वे के मुताबिक प्रति मजदूर परिवार पर कर्ज 91734 रुपये था जो अब बढ़कर कई गुना ज्यादा हो गया है देहाती मजदूर सभा के सदस्य गुरतेज सिंह हरिनो और सिकंदर सिंह अजीत गिल, ने कहा मजदूरों पर बिजली सब्सिडी व जात धर्म की शर्त खत्म की जाए। मजदूर मुक्ति मोर्चा के आगु सतनाम सिंह पक्खी वह पंजाब खेत मजदूर सभा के नेता श्री गोरा सिंह पिपली ने कहा कि सरकार मनरेगा मजदूरों को पूरे साल नौकरी देने के बजाय राजनीतिक दखलंदाजी कर समय निकालने वाली नीति अपना रही है। उन्होंने मांग की कि काटे गए भूखंडों पर कब्जा करने के लिए, बेघर और जरूरतमंदों को दस मरले के भूखंड आवंटित करें और मकान निर्माण के लिए 5 लाख रुपये का अनुदान जारी करें। रैली के बाद श्रमिकों ने कांग्रेस विधायक कुशलदीप सिंह ढिल्लों के घर की ओर मार्च किया और विधायक को एक ज्ञापन सौंपा। ट्रेड यूनियनों ने घोषणा की कि पटियाला में तीन दिवसीय मोर्चाबंदी के लिए संगठनों द्वारा बड़े पैमाने पर तैयारी की जा रही है।बड़ी संख्या में कार्यकर्ता 9 अगस्त को पटियाला में होने वाली मोर्चाबंदी में भारी संख्या में मजदूर हिस्सा लेंगे।
इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राह के साथी निर्मल सिंह, जिऊन वाला के जिला सीनियर मीत प्रधान, मास्टर बूटा सिंह अमरीक सिंह भाना मलकीत सिंह शेर सिंह वाला बलवीर सिंह आदि शामिल थे।