अपनो की सियासत में फंसे छाबड़ा

फरीदकोट जिले का सबसे कम उम्र का भाजपा जिला प्रधान का गौरव हासिल करने वाले विजय छाबड़ा अपनों की सियासत में फंस गए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Jan 2021 08:30 AM (IST) Updated:Thu, 14 Jan 2021 08:30 AM (IST)
अपनो की सियासत में फंसे छाबड़ा
अपनो की सियासत में फंसे छाबड़ा

प्रदीप कुमार सिंह, फरीदकोट

फरीदकोट जिले का सबसे कम उम्र का भाजपा जिला प्रधान का गौरव हासिल करने के साथ पहली बार कोटकपूरा से भाजपा जिला प्रधान का पद पाने वाले विजय छाबड़ा अपनों की सियासत का शिकार हो गए। विजय छावड़ा भले ही भाजपा छोड़ने का ठींकरा प्रदेश लीडरशिप पर फोड़ रहे हैं परंतु उनके पास भी भाजपा छोड़ने की कोई ठोस वजह नजर नहीं आ रही है। हालांकि भाजपा छोड़ने का फैसला उनका व्यक्तिगत है परंतु जिस प्रकार से वह अकेले शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल की मौजूदगी में शिअद ज्वाइन करने पहुंचे उसको लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है। भाजपा की प्रदेश सचिव सुनीता गर्ग कह रही है कि विजय छावड़ा से पार्टी का काम नहीं हुआ और वह पार्टी को भी साथ लेकर नहीं चल पाए। इसका परिणाम रहा कि उनके भाजपा छोड़कर शिअद में जाते समय पार्टी का एक भी वर्कर उनके साथ नहीं गया, वह अकेले ही शिअद में शामिल हुए। हालांकि विजय छावड़ा की सियायत को नजदीक से देखने वालों का मानना है कि फिलहाल छाबड़ा अकेले जरूर गया है परंतु आने वाले दिनों में वह भाजपा के तीन मंडल स्तर के नेताओं को शिअद में ले जाकर अपने नंबर बनाएगा।

विजय छावड़ा के भाजपा जिलाध्यक्ष पद छोड़ने की बड़ी वजह कोटकपूरा में भाजपा के अंदर व्याप्त बड़ी गुटबंदी को भी बताया जा रहा है, छाबड़ा इस गुटबंदी को तोड़ने में पूरी तरह से नाकाम रहे, और अंतत: दिग्गजों की सियासत में फंस गए। जिले की सियासत समझने वालों का मानना है कि विजय छाबड़ा हमेशा से ही शिअद प्रधान परमबंश सिंह बंटी रोमाणा के करीबी रहे हैं ऐसे में जब उन्हें भाजपा का प्रदेश प्रधान बनाया गया था, तब भाजपा के अंदर से ही उनके शिअद के प्रभाव में काम करने की बात सामने आई थी। छाबड़ा के शिअद में जाने से फरीदकोट नगर कौंसिल में भाजपा के पास अब एक भी ऐसा चेहरा नहीं बचा है जिसकी सार्वजनिक रूप से पहचान हो। भाजपा के जो नेता हैं भी वह बहुत ज्यादा सार्वजनिक मंचों पर सक्रिय नहीं हैं। हालांकि छाबड़ा के हटते ही फरीदकोट शहर के भाजपा नेताओं द्वारा अभी से ही प्रधान पद की दावेदारी की जा रही है।

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