कापी--पंजाब में कहीं नहीं है आक्सीजन की कमी

कोरोना महामारी से गंभीर रूप से पीड़ित लोगों के उपचार के लिए आक्सीजन की कमी नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 04:10 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 06:35 PM (IST)
कापी--पंजाब में कहीं नहीं है आक्सीजन की कमी
कापी--पंजाब में कहीं नहीं है आक्सीजन की कमी

प्रदीप कुमार सिंह, फरीदकोट

कोरोना महामारी से गंभीर रूप से पीड़ित लोगों के उपचार के लिए आक्सीजन की फिलहाल पंजाब में कहीं भी कोई किल्लत नहीं है। प्रदेश के तीनों सरकारी मेडिकल कालेजों (फरीदकोट, पटियाला व अमृतसर) के प्लांटों में आक्सीजन लिक्विड व गैस भरपूर मात्रा में तैयार हो रही है। प्रदेश में कोरोना महामारी के तेजी से पैर पसारने को देखते हुए कोरोना सैंपलों की टेस्टिग टाइमिग और कम करने के लिए तीनों मेडिकल कालेजों में 75 लाख की लागत से एक-एक और आरएनए मशीन इंस्टाल की जा रही है।

बाबा फरीद यूनिर्वसिटी के वाइस चांसलर डाक्टर राज बहादुर ने बताया कि अभी तक एक सैंपल की जांच करने में जहां 12 से 24 घंटे का समय लग रहा है, ऐसे में यदि प्रदेश के तीनों में मेडिकल कालेजों के कोरोना टेस्टिग लैब में एक-एक आरएनए मशीनें काम करना शुरु कर देगी तो सैंपलों की टाइमिग कम होगी, जिससे तेजी से जांच पूरी कर पाएंगे। वाइस चांसलर ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में रोज 35000 कोरोना सैंपलों की जांच हो रही है, इसमें और बढ़ोतरी करने के प्रयास हो रहे हैं। फरीदकोट मेडिकल कालेज में बुधवार को 8200 कोरोना सैंपलों की जांच हुई। सामान्य कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेट किया जा रहा है, जबकि गंभीर रूप से पीड़ितों को आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है।

उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से होमआइसोलेशन में रहने वाले लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं जिसे देखते हुए अब आइसोलेशन की मानीटिरिग बढ़ाई जा रही है, सेहत विभाग की टीम होम आइसोलेट व्यक्ति के घर वर रोज नियमित रूप से विजिट करेगी। इनसेट

लोगों का सहयोग जरूरी : सिविल सर्जन

फरीदकोट के सिविल सर्जन डाक्टर संजय कपूर ने कहा कि सेहत विभाग लगातार महामारी को रोकने के लिए प्रयास कर रहा है। इसमें तभी सफलता मिलेगी जब इसे लोगों का सहयोग मिलेगी। लोग कोरोना टेस्ट करवाने व कोरोना वैक्सीन के लिए आगे आए तभी हम सभी मिलकर महामारी के प्रकोप को रोक सकते हैं।

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अमेरिका निर्मित 25-25 लाख की तीन आरएनए पंजाब सरकार को मिली

वाइस चांसलर डाक्टर राज बहादुर ने बताया कि उन्होंने अपने एक दोस्त से अमेरिका निर्मित 25-25 लाख रुपये की तीन आरएनए मशीनें पंजाब सरकार को दान करवाई है। यह तीनों मशीनें प्रदेश के तीनों सरकारी मेडिकल कालेजों में लगाई जा रही है। फरीदकोट मेडिकल कालेज में यह इंस्टाल हो गई है, इन मशीनों के चलने से कोरोना सैंपलों की टेस्टिग और तेज होगी।

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कोरोना संक्रमित बढ़ा रहे है बीमारी-

कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ाने का बड़ा कारण संक्रमितों द्वारा नियमों का सही रूप से पालन न किया जाना है। पीड़ित होम आइसोलेशन की बात कर अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं जो कि परिवार, दोस्त व दूसरे लोगों को संक्रमित बना रहे हैं। ऐसे में जरूरत है कि कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की पहचान करने के साथ उन्हें सख्ती से आइसोलेशन के नियमों का पालन करने के लिए बाध्य करना है।

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