निकाय चुनाव के लिए एनओसी की जरूरत नहीं, फिर भी प्रत्याशियों का लगा तांता
निकाय व पंचायत चुनाव में एनओसी को लेकर उत्पन्न स्थित से प्रत्याशी परेशान हैं।
प्रदीप कुमार सिंह, फरीदकोट
निकाय व पंचायत चुनाव में एनओसी को लेकर उत्पन्न स्थित को देखते हुए राज्य चुनाव आयोग द्वारा पहले ही स्पष्ट कर दिया गया है कि चुनाव लड़ने के इच्छ़ुक लोगों को नामाकंन-पत्र दाखिल करने के लिए एनओसी अनिवार्य नहीं है, फिर भी एनओसी हासिल करने के लिए जिले की कौंसिलों में प्रत्याशियों का तांता लगा है। चुनाव आयोग की उक्त फैसले के बावजूद फरीदकोट नगर कौंसिल द्वारा प्रत्याशियों को एनओसी जारी किए की सूचना पर, एसडीएम द्वारा फरीदकोट नगर कौंसिल को पत्र भेजकर चुनाव आयोग की हिदायतों के बावजूद एनओसी जारी करने पर स्पष्टीकरण मांगा है।
30 जनवरी से शुरू हो रही नामांकन प्राक्रिया को देखते हुए बुधवार को बड़ी संख्या में उम्मीदवार कौंसिल दफ्तर में एनओसी लेने के लिए पहुंचे। कौंसिल अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा बार-बार बताने के बावजूद उम्मीदवारों को यह विश्वास हीं नहीं हो रहा था, कि इस बार एनओसी की जरूरत नहीं है। ऐसे में जिन उम्मीदवारों ने पूर्व में एनओसी हासिल कर ली थी वह आयोग के फैसले से हैरान दिखाई दिए। एक उम्मीदवार ने बताया कि उन्होंने 37,500 रुपये उधार लेकर अपना बकाया चुकाया है, अब बताया जा रहा है कि एनओसी की जरूरत नहीं है, ऐसे में तो उनके ऊपर इतनी उधारी बेवजह चढ़ गई।
फरीदकोट नगर कौंसिल के ईओ अमृतलाल ने कहा कि वह एनओसी नहीं जारी कर रहे हैं। जो लोग चुनाव लड़ने के लिए आ रहे है और एनओसी मांग रहे है जब उन्हें एनओसी न दिए जाने की बात कहीं जा रही है, तो वह कह रहे हैं कि कौंसिल यह लिखकर दे कि एनओसी की जरूरत नहीं है, जिसे वह दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला चुनाव अधिकारी द्वारा स्पष्ट कर दिया गया है कि कौंसिल चुनाव के लिए एनओसी की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि 14 फरवरी तक किसी को भी कौंसिल से एनओसी नहीं जारी की जाएगी। इनसेट
रिटर्निग अधिकारियों को दी गई सूचना : डीसी
डिप्टी कमिश्नर कम जिला चुनाव अधिकारी विमल कुमार सेतिया ने बताया कि निकाय, पंचायत ऐसे अन्य चुनावों के लिए एनओसी की जरूरत नहीं है। इसकी सूचना रिटर्निग अधिकारियों को दे दी गई है। इसके अलावा यदि किसी भी उम्मीदवार को इस संबंध में कोई समस्या है, तो वह अपने रिटर्निंग अधिकारी से संपर्क कर सकता है। इनसेट
एनओसी की बाध्यता खत्म होने से विपक्षी खुश
पिछले कुछ चुनावों से प्राय: यह देखने को मिलता था कि विपक्षी उम्मीदवारों द्वारा सत्ता पक्ष के लोगों पर यह आरोप लगाया जाता था कि उन्हें जानबूझ कर एनओसी नहीं दी जा रही है। ऐसे में अब जब कि एनओसी की शर्त चुनाव आयोग द्वारा स्थगित कर दी गई है तो विपक्षी खुश हैं।