डेढ़ माह बाद कोरोना से कोई मौत नहीं
लगभग डेढ़ महीने बाद रविवार को पहला ऐसा दिन रहा है।
जासं, फरीदकोट
लगभग डेढ़ महीने बाद रविवार को पहला ऐसा दिन रहा है, कि इस दिन जिले में कोरोना महामारी के कारण किसी भी व्यक्ति की जान नहीं गई। हालांकि पिछले कुछ समय से कोरोना महामारी का प्रकोप निश्चित रूप से कम हुआ है, परंतु महामारी से मृतकों का आंकड़ा नहीं होने का नाम नहीं ले रहे। रविवार को आई कोरोना रिपोर्ट में जिले के अंदर 32 लोग संक्रमित पाए गए।
महामारी का प्रकोप शहरों की अपेक्षा अब ग्रामीण हिस्सों में ज्यादा दिखाई दे रहा है, इसके पीछे का बड़ा कारण ग्रामीणों द्वारा समय से महामारी की जांच न करवाया जाना है। और जब महामारी विकराल रूप धारण कर लेती है तो उस समय महामारी से बचाव थोड़ा मुश्किल साबित होता है, इसी का दुष्परिणाम है कि शहरों के मुकाबलें इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा मौतें देखी जा रही है। हालांकि शासन-प्रशासन द्वारा गांवों को कोरोना मुक्त बनाए जाने के लिए व्यापक अभियान छेड़ा गया है।
सिविल सर्जन डाक्टर संजय कपूर ने जिले के लोगों से कोरोना सेंपलिग व वैक्सीनेशन में सहयोग देने की अपील की है।
बाक्स-
कोरोना अपडेट -
नए मरीज:32,
कुल मरीज:13361,
एक्टिव मरीज: 555,
स्वस्थ हुए मरीज: 12515,
नई मौत:0,
रविवार को स्वस्थ हुए:83,
कुल मौते: 291,
कुल सैंपलों की हुई जांच-186620, ----------------- तीन कैंपों 500 लोगों को लगी डोज
संवाद सूत्र, फरीदकोट
कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए रविवार को फरीदकोट शहर में तीन संस्थाओं द्वारा सेहत विभाग के साथ मिलकर अलग-अलग वैक्सीनेशन कैंप लगाया गया। तीनों कैंपों में 500 लोगों ने वैक्सीन की डोज लगवाई।
फरीदकोट सिविल अस्पताल के एसएमओ डाक्टर चंद्रशेखर कक्कड़ ने बताया कि पहला कैंप गऊशाला आंदियाना में हेल्थ फार आल सोसोइटी, आरोग्या भारती व अंजलि लैब के सहयोग से दूसरा कैंप खेतरपाल मंदिर चैरिटेबल सोसायटी व तीसरा डेरा सच्चा सौदा भवन में लगाया गया है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के खात्मे के लिए सरकार द्वारा कोरोना वैक्सीन हर उम्र के वर्ग को फ्री लगाने का प्रबंध किया है। जिसके अंतर्गत रविवार को गऊशाला आंदियाना गेट में 110 टीके, डेरा सच्चा सौदा भवन में 215 व बाबा खेतरपाल मंदिर चैरिटेबल सोसायटी में 175 डोज टीके लगाए गए।