धरना-प्रदर्शन व हड़ताल से लोग परेशान
सोमवार का दिन फरीदकोट में धरना-प्रदर्शन व हड़ताल का रहा।
संवाद सहयोगी, फरीदकोट
सोमवार का दिन फरीदकोट में धरना-प्रदर्शन व हड़ताल का रहा। अपनी मांगों को लेकर विभिन्न संगठनों के सदस्यों द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया तो डाक्टरों द्वारा एनपीए बहाली की मांग को लेकर हड़ताल की गई। आशा वर्करों ने प्रदेश सरकार से रेगुलर किए जाने की मांग को लेकर मिनी सचिवालय में धरना-प्रदर्शन कर थालियां बजाते हुए रोष-मार्च निकाला। उन्होंने मांग की कि कोरोना दौरान जिन आशा वर्करों को हानि पहुंची है उनको मुआवजा भी दिया जाए।
इसी तरह पीआरटसी और पनबस के सभी कच्चे मुलाजिमों को पक्के करने की मांग को लेकर डिपो के समक्ष प्रदर्शन किया गया। पीआरटीसी यूनियन आजाद के प्रदेश प्रधान सिमरजीत सिंह ने कहा कि आज जो पीआरटीसी के कच्चे मुलाजिमों की तरफ से सरकार खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा उस मकसद सिर्फ यही है कि 2017 की पंजाब विधान सभा मतदान समय किये गए वायदे मुताबिक सरकार सभी कच्चे मुलाजिमों को पक्के करे।
आम आदमी पार्टी द्वारा भाजपा की राज्यसभा सदस्य मीनाक्षी लेखी की तरफ से किसानों को मवाली बताने और पंजाब कांग्रेस के नव नियुक्त प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की तरफ से किसानों के प्रति दिए बयान से किसानों में रोष पाया जा रहा है। सोमवार को आम आदमी पार्टी के किसान की तरफ से और किसान, मजदूरों की तरफ से राज्यसभा मीनाक्षी लेखी और नवजोत सिंह सिद्धू के पुतले फूंके गए।
इसी तरह से सेहत विभाग के डाक्टरों द्वारा प्रदेश सरकार से एनपीए बहाली की मांग को लेकर हड़ताल जारी रखी गई। मेडिकल कालेज के डाक्टरों द्वारा तीन घंटे के रोष-प्रदर्शन के दौरान कारगिल शहीदों को श्रंद्धाजलि अर्पित की गई।