वार्ड अटेंडेंट की परीक्षा पर फर्जी वायरल हो रही पब्लिक नोटिस

9 मई को कथित रूप से वार्ड अटेंडेंट की परीक्षा को लेकर इंटरनेट मीडिया पर गलत मैसेज डाला जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 09:51 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 09:51 PM (IST)
वार्ड अटेंडेंट की परीक्षा पर फर्जी वायरल हो रही पब्लिक नोटिस
वार्ड अटेंडेंट की परीक्षा पर फर्जी वायरल हो रही पब्लिक नोटिस

जागरण संवाददाता, फरीदकोट

9 मई को कथित रूप से वार्ड अटेंडेंट की परीक्षा को लेकर इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहा बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार का पत्र फर्जी है। बाबा फरीद यूनिर्वसिटी ने उक्त पत्र को जाली बताते हुए युवाओं को गुमराह करने वाला बताने के साथ कहा है कि उक्त परीक्षा को लेकर अभी तक यूनिवर्सिटी व प्रदेश सरकार लेबल पर कोई फैसला नहीं हुआ है।

प्रदेश सरकार द्वारा गत वर्ष, सेहत विभाग में वार्ड अटेंडेंट के 800 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया गया था। इस परीक्षा को संपन्न करवाने की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार द्वारा बाबा फरीद यूनिवर्सिटी को सौंपी गई थी। परीक्षा हेतु प्रदेश भर से डेढ़ लाख अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन किए गए थे। कुल अभ्यर्थियों में 40 फीसदी से ज्यादा ऐसे अभ्यर्थी रहे, जिन्होंने ग्रेजुएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स किया था। हालांकि अक्टूबर 2020 में उक्त परीक्षा आयोजित करने की तैयारी यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा की गई थी, और प्रदेश के सभी 22 जिलों में परीक्षा हेतु सेंटर भी बनाए गए थे, परंतु उस वक्त कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा परीक्षा को स्थगित करने का निर्णय लिया गया था। अब इसी परीक्षा को इंटरनेट पर 9 मई को होने की बात कहते हुए बाबा फरीद यूनिवर्सिटी की रजिस्ट्रार की ओर से पत्र वायरल किया जा रहा है।

उक्त पत्र पर बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डाक्टर राज बहादुर ने कहा कि यह पूरी तरह से फर्जी है। उक्त परीक्षा को लेकर अभी तक प्रदेश सरकार व यूनिवर्सिटी लेबल पर कोई फैसला नहीं लिया गया है।

कुछ कोचिगों द्वारा अभ्यर्थियों को कोचिग के लिए आमंत्रित किया जा है-

इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रही उक्त पत्र के हवाले से कुछ कोचिग प्रतिष्ठानों द्वारा वार्ड अटेंडेट की भर्ती हेतु आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को फोन करके कोचिग शुरू करने की बात करते हुए आंमत्रित किया जा रहा है। ऐसे में वायरल हो रहा पत्र जबकि जाली है, तो युवाओं को कोचिग हेतु एडमिशन हेतु प्रेरित करना गलत है।

chat bot
आपका साथी