आस्ट्रेलियन महिला ने दी महिलाओं को इफ्तार पार्टी
आस्ट्रेलियन महिला गुलजार बेगम ने फरीदकोट में मुस्लिम महिलाओं को इफ्तार पार्टी दी।
प्रदीप कुमार सिंह, फरीदकोट
आस्ट्रेलियन महिला गुलजार बेगम ने फरीदकोट में मुस्लिम महिलाओं के लिए एक नई परंपरा की शुरुआत की। अपने आठ वर्षीय बच्चे का उपचार करवाने के लिए आस्ट्रेलिया से फरीदकोट आई गुलजार बेगम ने फरीदकोट ईदगाह में शहर की मुस्लिम समाज की महिलाओं के लिए इफ्तार पार्टी का आयोजन किया। यह पहला अवसर रहा है, जबकि महिलाएं घरों से बाहर निकलकर ईदगाह पहुंची, और इफ्तार पार्टी के दौरान सर्वसमाज के लिए दुआ करने के बाद इफ्तार पार्टी का लुफ्त उठाया। इफ्तार पार्टी उपरांत महलाओं ने पुरुषों के साथ नमाज भी अदा की।
इफ्तार पार्टी में शामिल महिलाएं व खुद गुलजार बेगम एक-दूसरे से बात करना चाह रही थी, परंतु एक-दूसरे की भाषा न समक्ष में आने के कारण वह आपस में बात तो नहीं कर पा रही थी, परंतु इशारों में एक-दूसरे के भाव समक्ष रही थी। हाजी दिलावर हुसैन, मौलाना जाहिद, मोहम्मद हनीश, मुन्ना खान, मोहम्मद राशिद ने बताया कि यह पहला अवसर है जब रोजाधारी महिलाएं ईदगाह में शाम के समय इफ्तार पार्टी में शामिल हुई है। उन लोगों को यह अच्छा लग रहा है। इफ्तार पार्टी उपरांत मौलाना जाहिद ने सभी लोगों को नामाज अदा करवाई, इसमें महिलाओं ने भी हिस्सा लिया।
इफ्तार पार्टी में भाग लेने आई अमीना बेगम, मरजीना बेगम, दिलसादमीन खातून, फतिमा खातून ने बताया कि वह लोग पहली बार घर से बाहर वह भी ईदगाह में इफ्तार पार्टी में भाग लेने के लिए आई। उन लोगों को बहुत अच्छा लग रहा है। इसके लिए वह सभी गुलजार बेगम का धन्यवाद करती है, जिनके प्रयासों से वह लोग घर से बाहर निकली है।
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ईदगाह में शुद्ध पेयजल के लिए लगवाया फिल्टर
ईदगाह में आने वाले नमाजियों, रोजाधारियों के अलावा अरबी, उर्दू पढ़ने व सीखने आने वाले विद्यार्थियों को शुद्ध पेयजल मिल सके, इसके लिए आस्ट्रेलियन नागरिक गुलजार बेगम द्वारा फिल्टर लगवाया गया। फिल्टर लगवाने पर मुस्लिम समाज की महिलाओं द्वारा उन्हें भेंट सौंप कर उनका आभार व्यक्ति किया।
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बच्चे के इलाज के लिए छोड़ दी नौकरी-
आस्ट्रेलिया के मेलबार्न में रहने वाली गुलजार बेगम वहां पर जाब करती थी। नौकरी पर जाने के कारण वह बच्चे की देखभाल नहीं कर सकी, और उनका बच्चा मंदबुद्धि हो गया। नेट पर सर्च करने के बाद उपचार के लिए भारत लेकर आई है। उन्होंने बच्चे की परवरिश के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी है, उनके बच्चे का अच्छा इलाज चल रहा है।