रात में आपस में भिड़े कांग्रेसी, सुबह मुख्यमंत्री का विरोध

कोटकपूरा कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 04:39 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 06:38 PM (IST)
रात में आपस में भिड़े कांग्रेसी, सुबह मुख्यमंत्री का विरोध
रात में आपस में भिड़े कांग्रेसी, सुबह मुख्यमंत्री का विरोध

प्रदीप कुमार सिंह, चंद्र गर्ग, कोटकपूरा

कोटकपूरा कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं है। मुख्यमंत्री ने कोटकपूरा में रैली कर पार्टी वर्करों को एकजुटता का मंत्र दिया परंतु कोटकपूरा के कांग्रेस के दोनों धड़े एकजुट होने का नाम नहीं ले रहे हैं। इनकी आपसी कटुता अब हिसक रुप धारण कर रही है। समागम स्थल पर बैनर लगाने को लेकर कांग्रेस के दोनों गुट सोमवार की रात्रि में आपस में भिड़ गए, जिसके बाद घायलों को अस्पताल में दाखिल करवाना पड़ा।

मंगलवार को कोटकपूरा में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की होने वाली रैली को देखते हुए मालवा के विभिन्न जिलों से प्रदेश सरकार से जुड़े विभागों के कर्मी अपनी लंबित मांगों को पूरा करने के लिए अनाज मंडी के आसपास जमा होने लगे। यह सभी संगठन मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किए जाने का मांगपत्र सौंपना चाह रहे थे। जब वह मुख्यमंत्री से नहीं मिल पाए तो उनके द्वारा रोष-प्रदर्शन किया गया। कोटकपूरा के वेणीवाला रोड के निवासियों द्वारा सड़क न बनने पर काली झंड़ियां लेकर तिकोनी चौराहे पर पहुंचे, जहां पुलिस द्वारा उन्हें रैली स्थल पर जाने से रोक दिया गया।

अनाज मंडी के गेट पर सुबह सैकड़ों की संख्या में खड़े किसान संगठनों को जब यह पता चला कि मुख्यमंत्री का काफिला गेट से होकर नहीं गुजरेगा, बल्कि रैली स्थल के निकट बने हेलीपैड पर ही उतरेगा। जैसे ही हेलीकाप्टर मंडी में उतरा वैसे ही किसान पुलिस से गेट खोलने की मांग करने लगे और पुलिस के रोकने पर किसानों ने गेट को धक्के से खोल दिया। हालांकि किसानों से ज्यादा संख्या में पुलिस बल के पहुंचने पर किसान पुलिस से धक्का-मुक्की से ज्यादा कुछ नहीं कर पाए और वह मुख्यमंत्री के समागम स्थल तक नहीं पहुंचे।

इसी तरह से पंजाब पुलिस भर्ती में निष्पक्षता से भर्ती प्रक्रिया पूरी किए जाने की मांग को लेकर पिछले तीन दिनों से रोष-प्रदर्शन कर रहे युवाओं द्वारा अपनी मांगों को लेकर अनाज मंडी के गेट पर एकजुट हुए, परंतु वहां पर पुलिस के अधिकारियों द्वारा उनके एक प्रतिनिधि को मुख्यमंत्री से मिलवाने की बात कहकर अंदर बुला लिया गया। जब उनकी बात नहीं सुनी गई तो वह भी रोष-प्रदर्शन करते हुए दिखाई दिए। इनके अलावा प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से पहुंची आशा वर्करों द्वारा भी सैकड़ों की संख्या में पहुंचकर अनाज मंडी के गेट पर धरना-प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा दिव्यांग लोगों द्वारा भी प्रदेश सरकार से अपने लिए रोजगार की मांग करते हुए प्रदर्शन किया गया।

मंगलवार दिन में मुख्यमंत्री के रैली में जितने लोग शामिल हुए उससे कहीं ज्यादा लोग रैली स्थल के बाहर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हुए दिखाई पड़े।

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