छह घंटे फंसी रही छिदवाड़ा एक्सप्रेस
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई घटना के विरोध में किसानों ने रेल यातायातच बाधित किया।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई घटना के विरोध और अपनी मांगों को लेकर किसान संगठनों द्वारा सोमवार को रेल परिचालन दस से चार बजे तक ठप किया गया। फरीदकोट जिले में फरीदकोट, कोटकपूरा, जैतो के हिस्सों में कुल आठ जगहों पर किसान संगठन रेलवे ट्रैक व प्लेटफार्म पर बैठे, जिससे इस दौरान रेलगाड़ियों के पहिए जहां के तहां जाम रहे।
किसानों द्वारा रेलवे परिचालन ठप करने से छिदवाड़ा-फिरोजपुर एक्सप्रेस को चंदभान रेलवे स्टेशन पर रोका गया। यह रेलगाड़ी सुबह दस बजे चंदभान रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई थी, जहां से यह आगे किसानों के रेलवे ट्रैक से दोपहर बाद चार बजे उठने के बाद फिरोजपुर की ओर रवाना हुई। छह घंटे तक छोटे स्टेशन पर रेलगाड़ी के रूके रहने से उसमें बैठे यात्रियों को तरह-तरह की परेशानी का सामना करना पड़ा।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान संगठनों द्वारा यह रेल रोको आंदोलन किया गया। फरीदकोट रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन कर रहे किसान नेता गुरजोत सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को खत्म करने पर तुली हुई है। केन्द्र सरकार किसानों को कुचलकर मारने लगा है। उन्होंने कहा कि लखीमपुर में घटित हुई घटना में किसान संगठन गृह राज्यमंत्री के इस्तीफे और उनके बेटे पर हत्या का मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग कर रहे है। इसके अलावा वह लोग चाहते है कि केन्द्र सरकार जल्द से जल्द तीनों कृषि कानूनों को वापस ले।
फरीदकोट थाना जीआरपी प्रभारी सुखदेव सिंह ने बताया कि फरीदकोट जिले की सीमा के अंदर कुल आठ जगह, जिनमें फरीदकोट में दो, कोटकपूरा में चार व जैतो के हिस्से में दो जगह यानी आठ जगह पर किसान संगठनों की ओर से रेल रोकने के लिए रेलवे ट्रैक और प्लेटफार्म पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया गया। उन्होंने बताया कि चंदभान रेलवे स्टेशन पर आगे ट्रैक न खाली होने के कारण छिदवाड़ा एक्सप्रेस को रोका गया। इसके लिए दिन में डेढ़ बजे फिरोजपुर कैंट से चलने वाली सुंदरी एक्सप्रेस को किसानों का धरना खत्म होने के बाद चलाया गया। उन्होंने किया धरना के दौरान किसी प्रकार की कहीं से अप्रिय घटना की अब तक कोई सूचना नहीं है।