ईदगाह में मनाई गई ईद
ईदगाह में ईद उल फितर का पर्व मनाया गया।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
ईदगाह में ईद उल फितर का पर्व मनाया गया। सुबह ईदगाह में हुए समागम में शहर के रहने वाले मुस्लिम भाईचारे के सदस्य शामिल हुए। कोरोना महामारी को देखते हुए पर्व पर सीमित संख्या में ईदगाह लोगों को आने के लिए कहा गया था, जो लोग आए वह सभी कोरोना नियमों का पालन करने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए दिखाई दिए। कोरोना महामारी को देखते हुए ज्यादातर लोगों ने घरों में ईद मनाई गई।
मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी के प्रधान हाजी दिलावर हुसैन ने बताया कि ईद उल फितर इस्लाम का पावन त्यौहार है, इसे मीठी ईद के रूप में जाना जाता है। रमजान के बाद दसवें शव्वाल की पहली तारीख को ईद मनाई जाती है। इस्लामिक मान्यता के अनुसार ईद उल फितर की शुरुआत जंग-ए-बद्र के बाद हुई थी। दरअसल इस जंग में पैगंबर मोहम्मद साहब के नेतृत्व में मुसलमानों को जीत हासिल हुई थी। युद्ध जीतने की खुशी जाहिर करने के लिए लोगों ने ईद का पर्व मनाया था। उन्होंने बताया कि ईद उल फितर का सबसे अहम मकसद गरीबों को फितरा देना होता है, जिससे गरीब व मजबूर लोग भी ईद मना सके और इस खास अवसर पर नए कपड़े पहन सके।
पर्व पर मुख्य मेहमान के रूप में सिविल अस्पताल फरीदकोट के एसएमओ डाक्टर चंद्रशेखर भी पहुंचे। उन्होंने सभी को ईद पर्व की बधाई दी और लोगों से कोरोना महामारी को देखते हुए फिजिकल डिस्टेंसिग व मास्क लगाने के लिए कहा। सोसायटी द्वारा डाक्टर को गुलदस्ता देकर सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर मौलाना नौमान, मौलाना इमाम, मुन्ना हनीश, मुन्ना कुरैशी, शेख, अशोक भटनागर, मनमोहन सिंह उर्फ मोनी, आशिफ आदि उपस्थित रहे।