अंतिम संस्कार की लकड़ी भी हुई मंहगी

कोरोना महामारी ने आम लोगों व कारोबार को ही क्षति नहीं पहाचाई बल्कि समस्याएं भी पैदा की है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 04:13 PM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 04:13 PM (IST)
अंतिम संस्कार की लकड़ी भी हुई मंहगी
अंतिम संस्कार की लकड़ी भी हुई मंहगी

जागरण संवाददाता, फरीदकोट

कोरोना महामारी ने आम लोगों व कारोबार को ही क्षति नहीं पहुंचाई है, बल्कि इससे अछूता श्मशानघाट भी नहीं रहा है। श्मशानघाट में अंतिम संस्कार के रूप में कटने वाली पर्ची का रेट 2200 से बढ़कर 2500 रुपये हो गया है। पिछले छह महीनों में अंतिम संस्कार हेतु प्रयोग होने वाली लकड़ी के भाव में भी 85 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है।

फरीदकोट रामबाग श्मशानघाट की देखरेख करने वाले अशोक भटनागर ने बताया कि पहले जहां रोज औसतन दो से तीन शवों का अंतिम संस्कार हो रहा था, वहीं अब यह संख्या बढ़कर पांच से छह हो गई है। पिछले कुछ महीनों में लकड़ियों व लेकर कास्ट बढ़ा है, जिस कारण उन्हें अब लकड़ी औसतन 900 रुपये प्रति क्विंटल मिल रही है, जबकि छह महीने पहले तक यह 815 रुपये प्रति क्विंटल उन्हें मिलती थी।

उन्होंने बताया कि उनके पास लकड़ियों की कोई कमी नहीं है, लकड़ी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। इन दिनों यहां श्मशानघाट में रोज पांच से छह शवों का अंतिम संस्कार हो रहा है जिससे वर्कलोड बढ़ा है। ऐसे में वह लोग यह प्रबंध करने का प्रयास कर रहे हैं कि किसी के अंतिम संस्कार में लकड़ी या दूसरी वस्तुओं की कमी न होने पाए।

प्रदेश के दूसरे हिस्सों के साथ दूसरे राज्यों के लोग भी करवा रहेअंतिम संस्कार

फरीदकोट मेडिकल कालेज अस्पताल में पंजाब ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों से भी कोरोना संक्रमित उपचार के लिए आ रहे हैं। यदि किसी की मृत्यु हो जा रही है, तो उनमें से अधिकांश लोगों के शवों को अंतिम संस्कार भी यहीं पर हो रहा है। दिल्ली से उपचार के लिए आए एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर उसका यहीं पर अंतिम संस्कार किया गया। इनसेट

कोरोना संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार के लिए अलग प्रबंध

कोरोना संक्रमितों की रोज हो रही मौतों को देखते हुए रामबाग श्मशानघाट कमेटी द्वारा कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार के लिए अलग स्थल पर तीन भट्ठियां तैयार की जा रही है, जहां पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसकी तैयारियां भी शुरू कर दी गई है।

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