शाम सात से सुबह सात बजे तक हार्वेस्टर से गेहूं की कटाई पर रोक

सरकारी गेहूं खरीद पक्रिया शुरू होने के चौथे दिन जिले के ्डियों में गोहूं के अंबार लग गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 04:31 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 04:34 PM (IST)
शाम सात से सुबह सात बजे तक हार्वेस्टर से गेहूं की कटाई पर रोक
शाम सात से सुबह सात बजे तक हार्वेस्टर से गेहूं की कटाई पर रोक

जागरण संवाददाता, फरीदकोट

सरकारी गेहूं खरीद पक्रिया शुरू होने के चौथे दिन जिले की अनाज मंडियों में बड़ी मात्रा में गेहूं की आवक हुई। जिले की मंडियों में 30775 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई जिसमें 13543 मीट्रिक टन खरीद की गई।

शहर की मुख्य अनाज मंडी में चारों ओर गेहूं के अंबार लगे हैं। मौसम में बदलाव की आशंका को देखते हुए जिले के किसान जल्द से जल्द अपनी फसल मंडियों में बेचना चाहते हैं। गोलेवाला निवासी किसान जसविदर सिंह ने बताया कि सभी किसान जल्द से जल्द अपनी फसल बेचना चाह रहे है, जिसके परिणाम स्वरूप में गेहूं की कटाई तेजी से चल रही है।

फरीदकोट अनाज मंडी आढ़तिया एसोसिएशन के प्रधान कुलभूषण राय बांसल व खजांची महेन्द्र पाल बांसल ने बताया कि अभी तक पेमेंट किसानों के एकाउंट में नहीं आया है, आशा है कि अगले एक से दो दिनों में किसानों को उनकी फसल का भुगतान शुरू हो जाएगा। प्रधान बांसल ने बताया कि वह लोग किसानों से खाली चेक नहीं ले रहे हैं बल्कि कैंसिल किया हुआ चेक ले रहे हैं। जिसके पास चेक नहीं है, उस किसान से बैंक पासबुक का फोटो स्टेट ले रहे हैं।

फरीदकोट के किसान बलदेव सिंह ने बताया कि मंडी में अभी को समस्या तो नहीं दिखाई दे रही है, परंतु फसल के भुगतान को लेकर संशय बना हुआ है। सरकार किसानों को उनका भुगतान सीधे उनके बैंक खातों में करने की बात कर रही है, भुगतान होने तक इस व्यवस्था के बारे में वह लोग कुछ नहीं कह सकते हैं।

डीसी विमल कुमार सेतिया ने कहा कि फरीदकोट जिले में गेहूं की कटाई के लिए हार्वेस्टर सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक चलेगा। इस समय के बाद शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक कंबाइन हार्वेस्टर द्वारा गेहूं की कटाई पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। कटाई के लिए कुछ लोग इन कंबाइन हार्वेस्टर का उपयोग सुबह होने वाली गीली गेहूं की फसल की कटाई के लिए करते हैं, जो निर्धारित मापदंड से परे फसल की नमी को बढ़ाने की संभावना है। मंडियों में गीली फसल लाने से कभी-कभी किसानों को फसल बेचने में देरी होती है। उन्होंने कहा कि जिले की मंडियों में 30775 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई है, जिसमें से खरीद एजेंसियों ने जिले के सभी खरीद केंद्रों में 13543 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की है। उन्होंने कहा कि सरकार के आदेशों के अनुसार, कोरोना को रोकने के लिए मंडियों में सभी सावधानियां बरती जा रही है। उन्होंने मंडियों में किसानों, आढ़तियों और मजदूरों से अपील की कि वे समय-समय पर सैनिटाइजर का उपयोग करें या अपने हाथों को साबुन और पानी से धोने और मास्क पहने। जिन लोगों को बुखार, खांसी, सर्दी, सिरदर्द या सांस लेने में कठिनाई होती है, उन्हें मंडियों में आने से बचना चाहिए और तत्काल चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए। बाक्स-

आढ़तियों को बकाया फंसने की सता रही है चिता

केन्द्र सरकार द्वारा भले ही किसानों और खरीद एजेंसियों के बीच में बिचौलियों की भूमिका खत्म करते हुए फसल का भुगतान सीधे किसानों के बैंक खाते में करने का फैसला किया गया है, परंतु इससे किसानों व आढ़तियों के रिस्तों पर कोई खास फर्क पड़ता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है। बहुत से आढ़ती इस बात से चितित हैं कि कहीं उनके लाखों रुपये फंस न जाए जो कि उन्होंने किसानों को पहले ही दे रखे हैं।

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