कम हुई रक्तदान करने वालों की संख्या

कोरोना महामारी के कारण खूनदान कैंपों के आयोजन कम होने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 05:40 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 05:40 PM (IST)
कम हुई रक्तदान करने वालों की संख्या
कम हुई रक्तदान करने वालों की संख्या

जागरण संवाददाता, फरीदकोट

कोरोना महामारी के कारण खूनदान कैंपों के आयोजन कम होने के साथ ही स्वेच्छा से खूनदान करने वालों की संख्या में गिरावट आई है। पूर्व की भांति मेडिकल कालेज अस्पताल व जिले के ब्लड बैंक में खून की जरूरत बनी हुई है। ऐसे में ब्लड बैंक के अधिकारी युवाओं व एनजीओ से खूनदान करने की अपील कर रहे हैं।

गुरु गोविद सिंह मेडिकल कालेज अस्पताल आने वाले मरीजों को औसतन रोज 60 यूनिट रक्त की जरूरत पड़ती है, जबकि कोटकपूरा स्थित सेहत विभाग के जिला स्तर के ब्लड़ बैंक में 35 यूनिट रक्त की जरूरत रोज पड़ती है। उक्त दोनों ब्लड बैंकों के पास उतना ब्लड स्टोर नहीं है, जितनी की उनकी क्षमता है। ऐसे में अब युवाओं के कोरोना वैक्सीनेशन होने को देखते हुए दोनों ब्लड बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा खूनदानियों व एनजीओ से संपर्क कर ज्यादा से ज्यादा मात्रा में खूनदान करने की अपील की जा रही है।

मेडिकल कालेज अस्पताल ब्लड बैंक की प्रभारी डाक्टर नीतू कुक्कड़ व कोटकपूरा ब्लड बैंक के प्रभारी डाक्टर रमेश ने बताया कि फिलहाल उनके पास ऐसी स्थित नहीं है कि खून बिल्कुल नहीं है। परंतु आने वाले समय में कोरोना महामारी और युवाओं के वैक्सीनेशन करवाए जाने से यह संकट और बढ़ सकता है। वह लोगों से संपर्क कर खूनदान करवाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि जरूरत के समय में किसी को खून के लिए परेशान न होना पड़े।

सिविल सर्जन डाक्टर संजय कपूर ने कहा कि खून की कमी खून से ही पूरी हो सकती है। खून का अब तक कोई विकल्प नहीं बना है, ऐसे में जरूरत है कि युवा खूनदान को आगे आए। वैक्सीन लगने के बाद अगले 28 दिनों तक खूनदान नहीं किया जा सकता है। फरीदकोट सिविल अस्पताल में लगाए गए खूनदान कैंप की उन्होंने व डाक्टर चंद्रशेखर कक्कड़ द्वारा तारीफ की गई।

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