जिस विभाग के कार्यालय में डेंगू का लारवा मिलेगा उसका चालान होगा

डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए एडीसी राजदीप सिंह बराड़ ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बैठक की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 04:22 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 04:22 PM (IST)
जिस विभाग के कार्यालय में डेंगू का लारवा मिलेगा उसका चालान होगा
जिस विभाग के कार्यालय में डेंगू का लारवा मिलेगा उसका चालान होगा

जासं,फरीदकोट

डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए एडीसी राजदीप सिंह बराड़ ने स्वास्थ्य विभाग के अलावा जिले के विभिन्न विभागों के प्रमुखों के साथ बैठक की। उन्होंने विभिन्न सरकारी विभागों व शिक्षण संस्थानों को भी अपने आसपास के क्षेत्र को साफ रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगर किसी विभाग के कार्यालय में डेंगू का लारवा पाया गया तो उस विभाग के प्रशासन द्वारा चालान किए जाएंगे। इस बैठक में डा. निर्मल ओसेपचन एसडीएम कोटकपूरा, डा. मनदीप कौर एसडीएम जैतो और सिविल सर्जन डा. संजय कपूर मौजूद रहे।

एडीसी ने बताया कि बरसात के मौसम में आसपास पानी जमा हो जाता है जिससे मच्छरों के बढ़ने का मौका मिलता है। सरकारी व निजी स्कूलों, कालेजों व कार्यालयों को छोड़कर सभी जिलावासी अपने आसपास के क्षेत्र को साफ रखें और कहीं भी पानी जमा न होने दें। एक सप्ताह में डेंगू का लारवा मच्छर में बदल जाता है, ऐसे मौसम में डेंगू से बचाव के लिए ज्यादा सावधानियां बरतने की जरूरत होती है।

एडीसी ने नगर कौंसिल, ग्रामीण विकास आदि के अधिकारियों को डेंगू उन्मूलन के लिए शहरों व गांवों में फागिग कराने के निर्देश दिए और स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर लोगों को जागरूक करने को कहा ताकि इससे यथासंभव कोई गुर न हो। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से डेंगू के मरीजों के इलाज के बारे में भी पूछताछ की।

सिविल सर्जन डा. संजय कपूर ने बताया कि जिले में इस समय डेंगू के 228 मामले सामने आए हैं और उनका इलाज सरकारी व निजी अस्पतालों में किया जा रहा है। टूटे बर्तन, ड्रम व टायर आदि खुले में नहीं रखने चाहिए। जले हुए काले तेल या केरोसिन को सप्ताह में एक बार अनुपयोगी खड़े पानी में मिलाया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि डेंगू का मच्छर दिन में काटता है इसलिए ऐसे कपड़े पहनें जो शरीर को पूरी तरह से ढके रखें। मच्छर बहुत ज्यादा नहीं उड़ सकता, जिसके लिए घुटनों के निचले हिस्से को पूरी तरह से ढक देना चाहिए। घरों और दफ्तरों में मच्छर भगाने वाली क्रीम या तेल का इस्तेमाल करें और नींद के दौरान मच्छरदानी का इस्तेमाल करना चाहिए। गांवों में जल निकासी की उचित व्यवस्था की जाए। इनसेट

104 टोल फ्री नंबर पर लें जानकारी : सिविल सर्जन उन्होंने कहा कि अगर डेंगू के लक्षण हैं तो आप अपने नजदीकी स्वास्थ्य जांच केंद्र या अस्पताल से संपर्क करें। डेंगू बुखार के लक्षणों से बचाव व अन्य जानकारी पर 104 टोल फ्री मेडिकल हेल्पलाइन प्राप्त की जा सकती है।

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