गेहूं की आवक तेज, धीमी लिफ्टिग समस्या
मौसम में हो रहे बदलाव को देखते हुए जिले के किसानों ने गेंहूं की कटाई तेज कर दी है।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट,
मौसम में हो रहे बदलाव को देखते हुए जिले के किसानों द्वारा गेहूं की कटाई का काम तेज कर दिया गया है। अनाज मंडियों में गेहूं की आवक तेज होने से एजेंसियों द्वारा की खरीद तेज कर दी गई है, परंतु खरीदी गई फसल की लिफ्टिग धीमी होने पर कुछ मंडियों के हालात गोदाम जैसे अभी से बनते दिखाई दे रहे हैं। यदि समय रहते अधिकारी जागे नहीं तो आने वाले दिनों में अनाज मंडियों में किसानों को फसल उतारने के लिए भी मुश्किल पेश आएगी।
अनाज मंडी में किसानों की फसल जिन कांटों पर तोली जा रही है, उनकी जांच अब तक न होने से किसानों में फसल के सही वजन को लेकर संशय बना हुआ है। हालांकि आढ़तियों द्वारा दावा किया जा रहा है कि फसल की नियम के अनुरूप तोल हो रही है। डीसी द्वारा भी फसल की तोल सही करने की हिदायत दी गई है। मंडी में फसल बेचने के लिए लाए किसान गोपी ने कहा कि नापतोल विभाग को चाहिए कि गेहूं खरीद सीजन के दौरान कंडो की जांच करे, परंतु ऐसा होता नहीं है।
पक्खी खुर्द के किसान लखवंत सिंह व चमेली गांव वासी किसान लखविदर सिंह ने बताया कि उन लोगों ने अभी मंडी में आधी फसल बेचने के लिए लाई, और उनकी फसल बिक गई है। मंडी में उन्हें अभी तक कोई खास दिक्कत नहीं हुई, परंतु पोर्टल पर डाटा अपलोड करने में मुश्किल पेश आ रही है। फरीदकोट जिले की अनाज मंडियों में एक लाख मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूं की आवक हो चुकी है, जिसमें पचास हजार मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूं की खरीद की जा चुकी है।
इनसेट
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के कारण बारदाने की समस्या आई : मंत्री आशु
जैतो में एक समागम के दौरान प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने कहा कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने के कारण बारदाने की कमी है। परन्तु फिर भी बारदाने की दो लाख से अधिक गांठों का स्टाक पंजाब के पास है। उन्होंने कहा कि कोविड संकट के कारण मंडियों में गेहूं की खरीद किसान पर्ची व्यवस्था के अंतर्गत की जा रही है, इसलिए बारदाने की कमी का आभास हो रहा है। उन्होंने काश्तकार के खाते में उस की फसल की अदायगी 48 घंटों में होने का दावा किया।