10 घंटे का पावरकट, जनजीवन बेहाल
लगातार तीसरे दिन भी कई-कई घंटों की पावर कट से लोग परेशान हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
लगातार तीसरे दिन भी कई-कई घंटों की पावर कट। गांव से लेकर शहर तक बिजली के लिए त्राहि-त्राहि हो रही है। बिजली कट होने से सरकारी दफ्तरों का कामकाज ठप पड़ गया है, लोगों की जरूरत के अस्पताल व दूसरे सुविधाएं भी इसकी चपेट में है। बिजली कट की समस्या से कब निजात लोगों को मिलेगी, इसका जबाव बिजली अधिकारियों के पास नहीं है। शहर से लेकर गांव तक आठ से दस घंटे तक का पावर कट लग रहा है।
कोरोना काल में तबाह हुए व्यापार के पटरी पर लौटने की आस लगाए बैठे दुकानदारों पर त्योहारी सीजन में पावर कट बड़ा संकट लेकर आया है। कई-कई घंटे बिजली सप्लाई बंद रहने से इन्वर्टर भी बंद हो जा रहे हैं। दुकानों में अंधेरा व गर्मी होने से ग्राहक भी बाहर से देख लौट जा रहे है, ऐसे में दुकानदारी अच्छी चलने को कौन कहे, दुकान का किराया और दुकान पर रखे कर्मियों का खर्चा ही नहीं निकल पा रहा है।
मंडियों में धान खरीद का कार्य चरम पर है। ऐसे में बिजली संकट के कारण धान की सफाई के लिए पंखे चलाने में आढ़तियों को पसीने छूट रहे हैं। महंगे भाव में डीजल खरीद कर धान की सफाई हेतु जनरेटर चलाना पड़ रहा है। यदि ऐसे ही हाल आगे कुछ दिनों तक बने रहे तो आढ़तियों को कमीशन के एवज में लाभ होने को कौन कहे उन्हें नुकसान ही उठाना पड़ेगा।
इनसेट
उत्पादन कम होने से हो रही समस्या : एक्सईएन
पावरकाम के एक्सईन मनदीप सिंह संधू ने कहा कि बिजली का उत्पादन कम हो रहा है, जिससे यह समस्या उपजी है। उन्होंने बताया कि जितनी बिजली उत्पादन के बाद उन्हें सप्लाई के लिए मिल रही है, वह जिले के लोगों को उपलब्ध करवा रहे हैं। आशा है कि आने वाले दिनों हालात सामान्य हो जाएंगे।