दरिया का पानी प्रदूषित न हो इसलिए पिता की अस्थियां खेत में की विसर्जित

दरिया को प्रदूर्षित होने से बचाने के लिए पिता सुखदेव सिंह की अस्थियों का जल प्रवाह करने की जगह अपने खेतों में गढ्ढ़ा खोदकर विसर्जित किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 05:36 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jan 2020 05:36 PM (IST)
दरिया का पानी प्रदूषित न हो इसलिए पिता की अस्थियां खेत में की विसर्जित
दरिया का पानी प्रदूषित न हो इसलिए पिता की अस्थियां खेत में की विसर्जित

एलेक्स डिसूजा, फरीदकोट

दरिया को प्रदूषित होने से बचाने के लिए प्रर्यावरण प्रेमी ग्रीन एवेन्यू निवासी जसवंत सिंह व कुलवंत सिंह ने अपने स्वर्गीय पिता सुखदेव सिंह की अस्थियों का जल प्रवाह करने की जगह अपने खेतों में गढ्ड़ा खोदकर विसर्जित करने के बाद उस पर पौधे लगा कर समाज को संदेश दिया।

बर्ड एंवायरनमेंट एंड अर्थ रीवाइविग हैंडस सोसायटी बीड़ की तरफ से परिवार के साथ मिलकर अस्थियों व राख पर अमरूद और अंजिर के फलदार पौधे लगाए गए। इस वातावरण प्रेमी परिवार के घर के बिल्कुल सामने अस्थियां बहाने का स्थान बना हुआ है, परन्तु परिवार ने वातावरण बचाने के लिए अस्थियां बहाने की जगह पौधे लगाने को प्राथमिकता दी।

बीड़ सोसायटी के चेयरमैन पेशे से अध्यापक गुरप्रीत सिंह सरां, कुलदीप सिंह पुरबा व रणजीत सिंह सरां और गुरसेवक सिंह कैंथ ने परिवार का धन्यवाद करते हुए कहा कि ऐसी ऊंची सोच सब को अपनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय हम गंभीर पानी व वातावरण संकट में से गुजर रहे हैं इसलिए ऐसे रिवाजों को समाज में बड़े स्तर पर प्रचार करने और अपनाने की जरूरत है। परिवार की तरफ से लोगों को अस्थियां न बहाकर खेतों में दबाकर पौधे लगाने का संदेश दिया, जिससे मिट्टी की उपजाऊ शक्ति में भी विस्तार होता है। परिवार से जगजीवन सिंह, हरमनप्रीत सिंह, डॉ गुरलीन कौर, सुपनप्रीत कौर कनाडा व मनदीप सिंह बाजवा की तरफ से पौधे लगवाने की सेवा की गई।

गुरप्रीत सिंह सरां ने कहा कि प्रर्यावरण को बचाने की जरूरत है, इसके लिए हम सभी को आगे आना होगा। लोगों को प्रर्यावरण प्रदूर्षित होने से बचाने के लिए अपने-अपने स्तर पर प्रयास करने होंगे, जसवंत सिंह व कुलवंत सिंह ने समाज को अच्छा संदेश दिया है, सभी को इसका अनुसरण करना चाहिए।

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