सतर्कता व धैर्य से दें कोरोना को मात
कोरोना महामारी को हम सभी सर्तकता व धैर्य के साथ सेहत विभाग द्वारा जारी की गई गाइड लाइन का पालन करें।
कोरोना महामारी को हम सभी सर्तकता व धैर्य के साथ सेहत विभाग द्वारा जारी की गई गाइड लाइन का पालन कर मात दिया जा सकता है। जरूरत है कि सभी लोग बीमारी के प्रति सावधान रहे, और अपना कोरोना टेस्ट जरूर करवाएं, क्योंकि कोरोना के लक्षणों में बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं। इसके लक्षण फ्लू से मिलते-जुलते हैं, संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है, इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है, कुछ मामलों में कोरोना वायरस घातक भी हो सकता है, खास तौर पर अधिक उम्र के लोग और जिन्हें पहले से अस्थमा, डायबिटीज और हार्ट की बीमारी है। इससे बचाव के लिए जरूरी है कि हाथों को साबुन से धोना चाहिए, अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। खांसते और छींकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें, जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें आदि। बीमारी के लक्षणों अगर किसी व्यक्ति को सुखी खांसी के साथ तेज बुखार है तो उसे एक बार जरूर जांच करानी चाहिए। कोरोना वायरस से संक्रमित होने के 5 दिनों के अंदर व्यक्ति को सांस लेने में समस्या हो सकती है, सांस लेने की समस्या दरअसल फेफड़ो में फैलते कफ के कारण होती है।
डॉ हरप्रीत सिंह, मेडिकल अफसर सिविल अस्पताल फरीदकोट,