धान की सीधी बिजाई किसानों व पर्यावरण के लिए फायदेमंद
धान की रोपाई में समय भी भी •ा्यादा लगता है और खर्च भी।
दीपक गर्ग, कोटकपूरा
धान की रोपाई में समय भी भी •ा्यादा लगता है और खर्च भी। ऐसे में किसानों के बीच डीएसआर मशीन से बुआई काफी प्रचलित हो रही है। इस तकनीक से रोपाई और जुताई की लागत में बचत होती है और फसल भी समय पर तैयार हो जाती है, जिससे अगली फसल की बुवाई सही समय पर हो जाती है। लेव करने से खराब हुई भूमि की भौतिक दशा के कारण रबी फसल की उपज घटने की परिस्थिति नहीं आती है। रबी फसल की उपज अधिक मिलती है। गांव संधवा के किसान जगसीर सिंह द्वारा की गई धान की बिजाई के बारे में कोटकपूरा के विधायक कुलतार सिंह संधवा ने सरकार को ऐसे प्रगतिशील किसानो की फसलों का मुकम्मल बीमा करके उन को सहूलियतें मुहैया करवाने की मांग की।
भाई कन्हैया कैंसर सेवा सोसायटी के प्रधान और स्वस्थ पंजाब मंच के कनवीनर गुरप्रीत सिंह चन्दबाजा ने कहा कि उन्होंने पहले खुद अपने 11 एकड़ खेतों में धान की सीधी बिजाई की है और उस के बाद दूसरे को भी इसके हेतु प्रेरित किया गया है। उन्होंने सहयोग देने पर डा. हरनेक सिंह रोडे मुख्य अफसर कृषि विभाग फरीदकोट और सुखविन्दर सिंह बब्बू प्रबन्ध निदेशक गोबिद एग्रीकल्चर वर्क्स पजंगराई का धन्यवाद किया।
प्रगतिशील किसान राजिन्दर सिंह बराड़ ने पंजाब भर के किसानों से अपील की है कि वह धान की तरह गेहूँ की बिजाई भी भूखंडों पर करने की आदत डालें जिससे पानी, समय और पैसो की बचत के साथ म•ादूरों की कमी वाला झंझट भी ़खत्म हो सके। सामाजिक गूंज संस्था ''साथ'' के प्रधान गुरविन्दर सिंह जलालेआना मुताबिक पंजाब को बचाने के लिए जो जो किसान भाई इस नई तकनीक अनुसार अपने खेतों में बिजाई करते हैं, उन को सरकार की तरफ से मुकम्मल सहूलियतें तो मिलनी चाहिए।
किसान जगसीर सिंह संधवा ने माना कि पहले उसके जानकार किसान उसका मजाक बनाते थे, परन्तु अब शानदार धान की फसल देख कर उन को नामोशी होनी स्वाभाविक है।
इस मौके मनप्रीत सिंह मनी, मनदीप सिंह मोंगा, गुरप्रीत सिंह औलख, हररूप सिंह, गुरिन्दर सिंह मेहन्दीरत्ता ने भी संबोधन किया।