संक्रामक रोगों से बचाने के लिए छात्रों की नियमित सेहत जांच जरूरी

डिप्टी कमिश्नर कुमार सौरभ राज ने वीरवार को स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अलावा जिले के सभी निजी स्कूलों के प्रशासकों प्राचार्यो के साथ बैठक की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Nov 2019 09:37 PM (IST) Updated:Thu, 14 Nov 2019 09:37 PM (IST)
संक्रामक रोगों से बचाने के लिए छात्रों की नियमित सेहत जांच जरूरी
संक्रामक रोगों से बचाने के लिए छात्रों की नियमित सेहत जांच जरूरी

जासं, फरीदकोट : डिप्टी कमिश्नर कुमार सौरभ राज ने वीरवार को स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अलावा जिले के सभी निजी स्कूलों के प्रशासकों, प्राचार्यो के साथ बैठक की। इसमें बच्चों की सेहत की नियमित रूप से जांच करवाए जाने के आदेश जारी किए गए।

डीसी राज ने कहा कि कई स्कूलों में चिकन पॉक्स प्रभावित बच्चों के मामले सामने आए हैं। सभी स्कूल प्रशासकों को स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के साथ समन्वय करके छात्रों का मेडिकल चेकअप करवाने और दैनिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। डीसी ने निर्देश दिया कि चिकन पॉक्स से बीमार बच्चे को कम से कम 15 दिनों की छुट्टी दी जानी चाहिए और उसके परिवार को उचित उपचार की काउंसलिंग की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उन स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, जो इस कार्य को नजरअंदाज करेंगे। उन्होंने वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी को छात्रों की चिकित्सा जांच के लिए जिला परिषदों के डॉक्टरों और कर्मचारियों पर ड्यूटी लगाने का भी निर्देश दिया और निजी स्कूल अधिकृत निजी डॉक्टरों की सेवाएं भी ले सकते हैं। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी चंद्र शेखर ने कहा कि चिकन पॉक्स, जिसे छोटी माता के रूप में भी जाना जाता है, एक वायरल बीमारी है जो बार-बार फैलती है, लेकिन इलाज और आराम से ठीक हो सकती है। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी बलजीत कौर, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी कोटकपूरा ने भाग लिया, इनके अलावा कुलदीप धीर, डॉ मुरारी लाल, डॉ मंजीत भल्ला, डॉ अनीता चौहान, जिला मार्गदर्शन काउंसलर जसबीर जस्सी के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और निजी स्कूलों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

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