कोटकपूरा में साथी किसान की रिहाई के लिए 48 घंटे से यातायात ठप, लोग परेशान

नजदीकी गांव नंगल के किसानों के दो धड़ों के विवाद का खामियाजा वाहन चालकों राहगीरों और आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Dec 2020 10:40 PM (IST) Updated:Thu, 03 Dec 2020 10:40 PM (IST)
कोटकपूरा में साथी किसान की रिहाई के लिए 48 घंटे से यातायात ठप, लोग परेशान
कोटकपूरा में साथी किसान की रिहाई के लिए 48 घंटे से यातायात ठप, लोग परेशान

संवाद सहयोगी, कोटकपूरा : नजदीकी गांव नंगल के किसानों के दो धड़ों के विवाद का खामियाजा वाहन चालकों, राहगीरों और आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। क्योंकि उक्त मामले में पुलिस प्रशासन भी बेबस है और पिछले 48 घंटे से किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 15 का यातायात ठप किया है।

कोटकपूरा सदर थाने के अधीन आते गांव नंगल के एक कांग्रेस नेता बलकरन सिंह के बयान पर इसी गांव के एक पिता और उसके दो लड़कों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। एक लड़के की गिरफ्तारी के रोष में शहर में से गुजरते हाईवे पर धरने पर बैठे बीकेयू एकता डकोंदा से जुड़े किसानो ने यातायात ठप कर दिया। गांव नंगल के कुछ गणमान्यों ने विरोधी पक्ष को ही इस विवाद के लिए कसूरवार बताया। उक्त मामलो का हैरानीजनक और दिलचस्प पहलू यह भी है कि गांव नंगल के भाकियू एकता उग्राहां और एकता डकौंदा के कुछ ओहदेदारों और सदस्यों ने भी दावा किया कि कोटकपूरा में लगे धरने के कारण राहगीरों, वाहन चालकों और आम लोगों को आ रही परेशानी के साथ जत्थेबंदी का अक्स भी खराब हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि विरोधी पक्ष की तरफ से किसान यूनियन को इस मामले में गुमराह किया जा रहा है, जिसका जत्थेबंदी को बड़ा खामियाजा भुगतने की नौबत आ सकती है। भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां के जिला प्रधान जसपाल सिंह नंगल, खेत मजदूर सभा के सीनियर नेता गुरपाल सिंह नंगल, भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा के गुरमीत सिंह और तेज सिंह ने भी माना कि वह पंचायती तौर पर उक्त विवाद निपटाने के हक में थे परंतु मुलजिम पक्ष इस मामलो में कोई भी बात सुनने को तैयार नहीं, जिस कारण मामला उलझता जा रहा है। साथ ही कृषि सुधार कानूनों को लेकर दो महीनों से चल रहा दिन-रात धरना भी एक निजी विवाद के सामने उद्देश्यहीन बनकर रह गया है। दूसरी तरफ धरने का नेतृत्व कर रहे अमनदीप सिंह और नरैण सिंह ने माना कि वाहन चालकों और राहगीरों को परेशानी आनी स्वाभाविक है। लेकिन प्रेस वाहनों, एंबुलेंस किसान जत्थेबंदियों के वाहनों और अखबारों के वाहनों को रास्ता दिया जा रहा है। परंतु वह गुरविंदर सिंह की बिना शर्त रिहाई और पर्चा रद होने तक धरने से नहीं उठेंगे। धरने के मौके विशेष तौर पर हाजिर हुए बीकेयू एकता डकोंदा के जिला नेता नवदीप सिंह विक्का रोड़ी कपूरा ने बताया कि उनकी जत्थेबंदी ने पूरी जांच के बाद ही गुरविंदर सिंह के परिवार का साथ दिया है। परिवार पूरी तरह से निर्दोष है। पुलिस और प्रशासन राजनीतिक दबाब के आगे झुका हुआ है। पेपर विक्रेता सुरिंदर मल्होत्रा और देस राज सिगला ने बताया कि धरने की वजह से उनको अखबार देरी से मिल रहे हैं। दूध विक्रेता बलजीत सिंह ने बताया कि दूध देरी से मिलने के कारण उसके ग्राहक त्राहि त्राहि कर रहे हैं। यातायात जल्द होगा बहाल

गुरमीत सिंह एसएचओ थाना सिटी कोटकपूरा ने बताया कि चक्का जाम खुलवाने की कोशिश कर रहे हैं और उम्मीद है कि दोनों धड़ों का समझौता होने साथ जल्द यातायात बहाल हो जाएगा। पुलिस बिना किसी राजनैतिक दबाब के ईमानदारी से अपनी जिम्मेवारी निभा रही है।

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